रिकांगपिओ (जेएस नेगी): प्रदेश सरकार प्रदेश के हर जिला मुख्यालयों में प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए डीईओसी (डिस्ट्रिीक इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर) स्थापित करने जा रही है, ताकि किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान होने वाले नुकसान को कम करने के साथ-साथ पीडि़तों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जा सके। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रत्येक डीईओसी को प्रथम चरण में 20-20 लाख रुपए की राशि प्रदान कर रही है, ताकि जिला मुख्यालयों में स्थापित डीईओसी सैंटरों में किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए आवश्यक इक्यूपमैंट स्थापित किए जा सकें।
इन सैंटरों में दो लोगों की नियुक्ति भी की जाएगी, जहां आपातकालीन टेलीफोन नंबर भी लगाए जाएंगे। इन लोगों का कार्य ग्राम स्तर पर तैनात आपदा प्रबंधन कमेटियों गठित कर उन्हें किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार करने के साथ हर सरकारी विभागों के साथ समन्वय स्थापित करना है, ताकि आपदा के दौरान नुकसान को कम करने व पीडि़तों को जल्द राहत पहुुंचाने का कार्य किया जा सकें है।
इस सैंटर का एक और मुख्य उदेश्य ग्राम स्तर पर गठित आपदा प्रबंधन कमेटियों सहित अन्य विभाग व ग्रामीणों के साथ मिल कर संयुक्त रूप से आपदा प्रबंधन कमेटियों को समय-समय पर ट्रेनिंग करवाना भी है, ताकि लोगों में किसी भी आपदा से लडने के लिए जागरूक रखा जा सके। सचिव आपदा प्रबंधन हिमाचल सरकार डीडी शर्मा ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जिलो में डीईओसी स्थापित किए जा रहे है ताकि किसी भी आपदा के दौरान पीडितों तक जल्द राहत पहुंचाया जा सकें ।