पांवटा साहिब, 5 नवंबर: दीपावली की रात जंगल में पेड़ों के अवैध कटान का मंसूबा नाकाम हो गया। इसके पीछे वन विभाग की मुस्तैदी तो थी ही, साथ ही पुलिस का त्वरित एक्शन भी था। हरियाणा के खिजराबाद के रहने वाले 8 तस्कर सलाखों के पीछे हैं। दरअसल, दीपावली के दिन हरेक कर्मचारी-अधिकारी घर पर ही होता है।
संभवतः यही सोच कर पुरुवाला थाना के अंतर्गत लकड़ी तस्करों ने जंगल में पेड़ों पर हमला किया था। राजपुर टीम के वनरक्षक प्रवीण व अर्जुन के अलावा वन कर्मी सूरत राम दीवाली की रात गश्त पर थे। इसी दौरान आरी चलने की आवाज सुनाई दी। टीम ने मौके पर 9 से 10 लोगों को हरे पेड़ काटते देखा। तुरंत इसकी सूचना डीएफओ पांवटा साहिब को दी गई। गश्त पर तमाम टीमों को तुरंत ही मौके पर भेजने के निर्देश दिए गए। इसी बीच पुलिस को भी सूचित कर दिया गया। वन काटुओं के कब्जे से दो आरे व दो पेड़ों के काटे गए नग बरामद किए गए हैं। साथ ही एक टैंपों (एचआर58बी-3539) को भी कब्जे में ले लिया गया है।
पूछताछ के दौरान एक आरोपी अब्दुल आदिम ने बताया कि भगानी के रहने वाले ठेकेदार खुर्शीद के कहने पर हरियाणा के जमशेद द्वारा पेड़ों को काटने के लिए भेजा गया था। बरामद की गई लकड़ी की कीमत 47,309 रुपए आंकी गई है। गिरफ्तार किए गए अधिकतर आरोपी हरियाणा के खिजराबाद के रहने वाले हैं। डीएसपी वीर बहादुर ने पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपियों के बयानों की तस्दीक की जा रही है। उन्होंने अवैध कटान के इस मामले में और गिरफ्तारियों की संभावना से भी इंकार नहीं किया।