ऊना (एमबीएम न्यूज): प्रदेश के जिला ऊना की स्वां नदी में बाढ़ के बाद उत्तर प्रदेश के राई परिवारों ने दोबारा डेरा डाल लिया हैं। इन राई परिवारों के हाथ में वो कला है जो तपती रेत में भी हरियाली लाने का मादा रखती हैं। यह राई परिवार कड़ी मेहनत मशक्कत कर स्वां नदी की लगभग पांच हजार हैक्टेयर रेत पर सब्जी का उत्पादन करते हैं। कृषि वैज्ञानिक भी रेत में सब्जी उगाने की इस कला के मुरीद हैं।
बरसात के मौसम में कहर बरपाने वाली जिला ऊना की सोमभद्रा अर्थात स्वां नदी की तपती रेत में सब्जियां उगाने की कला में माहिर उत्तर प्रदेश के सैंकड़ों मुस्लिम राई परिवारों ने फिर से हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना की स्वां नदी में दस्तक दे दी है। दरअसल बरसातों में स्वां नदी पूरे उफान पर होती है और स्वां नदी में सब्जी उत्पादन का कार्य करने वाले राई परिवार बरसातों में अपने घरों का रूख कर लेते हैं। बरसात का मौसम समाप्त होते ही इन राई परिवारों ने दोबारा से स्वां नदी में अपना डेरा डाल लिया हैं। अपने काम काज में जुट गए हंै। यह राई परिवार रेत में नालियां बनाकर स्वां की सतह तक खुदाई कर उसकी नमी के सहारे बेलदार सब्जियां लगाते हैं।
कैसे उगाते है राई परिवार तपती रेत में सब्जियां?
राई परिवार सर्वप्रथम स्वां नदी की नमी युक्त सतह तक रेत की लंबी और गहरी खाईयां तैयार करते हैं। इन खाइयों से पत्थर आदि बींधने के उपरांत अंकुरित बीज इसमें रोप दिए जाते हैं। बेलें उगने के बाद इन खाइयों में खड़ बिछाकर इन्हें दिन में तपती रेत और रात में कोहरे से बचाया जाता हैं। इसके उपरांत सब्जियों की तुड़ाई और ढुलाई का जिम्मा भी परिवार के ही सदस्यों पर होता है। यह राई परिवार जिला ऊना की लगभग पांच हजार हैक्टेयर भूमि पर सब्जी उत्पादन का काम करते हैं। हर वर्ष हजारों टन सब्जी देश की भिन्न-भिन्न मंडियों में सप्लाई करते हैं।
बाहरी राज्यों तक सब्जी की डिमांड
ऊना की स्वां नदी में लगने वाली सब्जियों की हिमाचल, पंजाब व हरियाणा में काफी डिमांड हैं। स्वां किनारे सब्जी उत्पादन कारोबार से जुड़े लोगों ने बताया कि रेत में सब्जी उत्पादन उनका पुश्तैनी कारोबार है। उनके बुजुर्गों ने रेत की नमी युक्त सतह तक खुदाई करके बेलदार सब्जियां उगाने और इन्हें धूप व कोहरे से बचाने की कला बताई है। हर साल स्वां की रेत युक्त हजारों कनाल भूमि पर वे उनके अन्य साथी राई परिवार मुबारिकपुर से लेकर बाथड़ी तक कई किलोमीटर क्षेत्र में सब्जी उत्पादन का कारोबार करते है।
कृषि विभाग ने की डाक्यूमेंटरी पुस्तक तैयार
कृषि वैज्ञानिक राई परिवारों द्वारा रेत में सब्जी उत्पादन की कला के मुरीद है। कृषि वैज्ञानिक मानते हैं कि रेत में सब्जी का उत्पादन कठिन और चुनौतीपूर्ण है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने मुस्लिम राई परिवारों की इस कला पर एक डाक्यूमेंटरी पुस्तक भी तैयार की हैं। ताकि जिले के किसानों को स्वां नदी के क्षेत्र की रिक्त भूमि पर सब्जियां उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। वैज्ञानिक मानते हैं कि साढ़े तीन दशक पूर्व राई परिवारों द्वारा शुरू की गई सब्जियों की खेती के बाद से जिले में सब्जी उत्पादन बढ़ा है। वैज्ञानिकों के अनुसार राई परिवारों द्वारा स्वां में उगाई जाने वाली सब्जियां गुणवत्ता की कसौटी पर खरी हैं।