शिमला, 21 अक्तूबर : जिला पुलिस ने शहर में वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ कर उसके पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से चुराए गए पांच वाहन भी बरामद कर लिए गए हैं। शहर के चार अलग-अलग थानों ने गिरोह के पर्दाफाश के लिए थानावार विशेष टीमों का गठन किया था। एसपी शिमला डॉक्टर मोनिका ने खुद पूरे मामले की मानीटरिंग की। पकड़े गए आरोपियों ने 10 दिन के भीतर शहर के अलग-अलग क्षेत्रोें में सड़क किनारे खड़े पांच वाहनों को चुराया था।
गिरोह का मास्टरमाइंड चोरी के मामले में एक माह पहले ही साढ़े तीन साल की सजा काटकर रिहा हुआ था। गिरोह के सदस्य शिमला से गाड़ियां चुराकर कबाड़ियों को 35-40 हजार में बेचा करते थे। गिरोह का एक सदस्य पंजाब के रोपड़ का रहने वाला है, जिसकी उम्र 60 साल है।
आरोपियों की पहचान हमीरपुर के भोरंज निवासी 31 वर्षीय सुनील कुमार, बिलासपुर के जुखाला निवासी 35 वर्षीय श्याम लाल, घुमारवीं निवासी 27 वर्षीय अजय कुमार, घुमारवीं निवासी 42 वर्षीय संदीप कुमार और रोपड़ निवासी 60 वर्षीय अवतार सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक गिरोह का मास्टरमाइंड सुनील कुमार उर्फ काकू है, जिसे चोरी के एक मामले में साढ़े तीन साल की सजा हुई थी और वह पिछले महीने ही रिहा हुआ था। आरोपियों के विरूद्व बालूगंज थाने में वाहन चोरी के दो और ढली व छोटा शिमला थानों में एक-एक मामला दर्ज है।
आरोपियों की धड़पक्कड़ के लिए पुलिस ने घटनास्थलों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तथा चुराई गई गाड़ियों की लोकेशन चैक की। सबसे पहले बिलासपुर में सुनील कुमार पुलिस के हत्थे चढ़ा, जिसने पूछताछ के दौरान शिमला में गाड़ियां चुराने की बात कबूली। इसके बाद पुरे गिरोह का पटाक्षेप हो गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार मुख्य आरोपी सुनील इतना शातिर था कि वह पकड़े जाने के डर से अपने पास मोबाइल भी नहीं रखता था। आरोपियों को पकड़ने के लिए शिमला पुलिस ने बिलासपुर सहित अन्य जिलों के पुलिस की भी मदद ली।
बालूगंज पुलिस ने सुनील कुमार और श्याम लाल को बिलासपुर में गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने साथियों के राज उगले। इस पर ढली पुलिस ने तीसरे आरोपी अजय कुमार को बिलासपुर में पकड़ा। जांच के दौरान सामने आया कि गिरोह के तार पंजाब के रोपड़ से जुड़े हैं। इसके बाद शिमला पुलिस ने रोपड़ में दबिश देकर अवतार सिंह और संदीप कुमार को गिरफ्त में लिया।