शिमला, 3 सितंबर : हिमाचल विधानसभा स्पीकर विपिन सिंह परमार के गृह क्षेत्र सुलह में सियासी भूचाल आ गया है। यहां धरने पर बैठे कांग्रेस के पूर्व विधायक जग जीवन पाल परमार को न केवल थप्पड़ मारे गए, बल्कि धक्का-मुक्की में नीचे भी गिर गए।
ये मामला 31 अगस्त 2021 का है। मगर 2 सितंबर की देर शाम 10 सैकेंड का वीडियो वायरल होने के बाद सियासत गरमा गई। इस वीडियो में एक शख्स पूर्व विधायक को पीछे से थप्पड़ मारता हुआ नजर आ रहा है। मिल रही जानकारी के मुताबिक विवाद रिडा पंचायत के प्रस्तावित पंचायत घर के शिलान्यास से जुड़ा हुआ था। पूर्व विधायक अपने समर्थकों सहित पंचायत भवन के शिलान्यास को अन्य जगह करने का विरोध कर रहे थे। इस पर तिलमिलाए लोगों के एक समूह ने पूर्व विधायक के साथ मारपीट शुरू कर दी।
बताया ये भी जा रहा है कि पुलिस ने थप्पड़ मारने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया था। अहम बात ये है कि पंचायत प्रधान व उप प्रधान के अलावा वार्ड के तीन सदस्यों का समर्थन कांग्रेस के पूर्व विधायक को था। कमाल की बात रही कि ये मामला तीन दिन तक सामने नहीं आया। अगर अब भी घटना से जुड़ा वीडियो सामने नहीं आता तो सियासी भूचाल टल सकता था। खैर, पार्टी नेता से बदसलूकी पर कांग्रेस भी तल्ख हो गई है।
कांग्रेस नेता को थप्पड़ मारने का वीडियो
धर्मशाला में दोपहर बाद आयोजित पत्रकारवार्ता में कांग्रेस प्रवक्ता राजेश शर्मा ने जयराम सरकार को इस मामले पर जमकर खींचा। शर्मा ने कहा कि कतई भी कांग्रेस हिमाचल को बिहार नहीं बनने देगी। उन्होंने कहा कि वीडियो में हंगामे के बीच कुछ लोग पूर्व विधायक को थप्पड़ मारते व जमीन पर धक्का देते साफ नजर आ रहे हैं।
मौके पर पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी। दीगर है कि विधायक को थप्पड़ मारने से पहले कांग्रेस व भाजपा के बीच जमकर नारेबाजी हो रही थी। पुलिस पूर्व विधायक को धरने से उठाने की कोशिश में थी। मगर वो मौके पर डटे रहे। उधर कांग्रेस के युवा विधायक विक्रमादित्य ने वीडियो वायरल होने के बाद तीखी प्रतिक्रिया में कहा कि ये सरासर अनुचित है। उन्होंने कहा कि ये कृत्य भाजपा के गुंडों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में किया गया है। सनद रहे कि थप्पड़ प्रकरण के बाद भी पूर्व विधायक मौके पर दोबारा धरने पर बैठ गए थे।