शिमला, 1 सितंबर: हिमाचल में बुधवार को सोलन, हमीरपुर व ऊना जिले 49 बरस के हो गए। स्थापना के 50वंे वर्ष में प्रवेश कर लिया है। एक खास बात ये है कि इन तीन जिलों के बनने के बाद राज्य में कुल जिलों की संख्या 12 हो गई थी। 15 अपै्रल 1948 को केंद्र शासित प्रदेश बनने के दौरान केवल महासू, मंडी, चंबा व सिरमौर ही जिले हुआ करते थे। 1960 में कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू व शिमला जिले बनने के बाद ये संख्या 8 हुई थी। नौंवे जिले के तौर पर 1966 में किन्नौर शामिल हुआ था।
खास बात ये है कि 49 बरस में ही इन तीन जिलों ने खासी तरक्की की है। जबकि शुरू से ही पहाड़ी क्षेत्र का हिस्सा रहे चंबा व सिरमौर ने खास तरक्की नहीं देखी है। हमीरपुर ने तो प्रदेश को तेजतर्रार राजनीति का पाठ भी पढ़ाया। साथ ही मुख्यमंत्री के तौर पर प्रेम कुमार धूमल को दिया। ऊना ने औद्योगिक क्षेत्र में अपनी एक खास पहचान बना ली है, वहीं सोलन तो इस समय प्रदेश का इकोनोमिक हब बनकर भी उभरा है। इसके अलावा शैक्षणिक संस्थानों के मानचित्र पर भी अपनी पहचान बनाई है।
सोलन शहर अब राज्य में तीसरी सबसे बड़े नगर निगम के तौर पर भी पहचाना जाने लगा है। जिला मुख्यालय सोलन की ऊंचाई लगभग 1550 मीटर है। जिला बनने से पहले सोलन बू्ररी की स्थापना 1855 में हुई थी।
उधर, ऊना मुख्यालय की ऊंचाई 408 मीटर के आसपास है। हमीरपुर की ऊंचाई 790 मीटर है। 1971 में जब हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था तो जिलों की संख्या 8 थी।