शिमला, 20 अगस्त : केंद्रीय सूचना व प्रसारण और युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर जन आशीर्वाद यात्रा के लिए वीरवार देर शाम शिमला के राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित वरिष्ठ मंत्रियों और प्रदेश भाजपा के आला नेताओं ने उनका स्वागत किया।
पीटरहॉफ में शुक्रवार सुबह अनुराग ठाकुर मीडिया से मुखातिब हुए। भविष्य में हिमाचल के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि “वर्तमान में मुझे जो जिम्मेदारी मिली है, उससे मैं बहुत प्रसन्न हुुं और हिमाचल के लिए क्या कर सकता हूं, ये मेरा प्रयास रहेगा।“ अनुराग ठाकुर बोले कि “मुझे लगता है कि कई बार चर्चा होती है कि कौन विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री बनेगा, लेकिन पद से बड़ा कुछ नहीं होता। जो भी कुछ मिलता है, उस पर कुछ कर दिखाओ। मुझे इससे पहले भी जो पद एवं अवसर मिला, मैं उसके साथ न्याय करता रहा, सीखने और कुछ करने का भी मेरा प्रयास रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब मुझे सूचना प्रसारण मंत्री का दायित्व देकर पूरे हिमाचल का मान सम्मान दिया है और मैं इस पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा।
“अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी से प्राथिमिकताएं बदल गईं ओैर विकास की कई परियोजनाओ में विलंब हुआ है। कोरोना वैक्सीन की मैनुफक्चरिंग व अन्य सुविधाओं के अपग्रेड की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क के लिए 80 फीसदी राॅ मैटीरियल को चीन से आयात करना पड़ता है। केंद्र सरकार राॅ मैटीरियल को भारत में ही तैयार करने की दिशा में कदम उठा रही है और इससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ये आत्मनिर्भर भारत की सोच है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विश्वास मूल मंत्र को लागू करके दिखाया है। देश की 50 करोड़ आबादी को आयुष्मान भारत योजना में पांच लाख के मुफत इलाज का लाभ मिला है। 8 करोड़ महिलाओं को रसोई गैस सिलेंडर, हर परिवार में शौैचालय की सुविधा दी गई। हर घर हर गांव में बिजली पहुंचाई गई। आपदा के समय जाति धर्म से उठकर सबको मुफ्त वैक्सीन दी गई। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी सामान्य एवं गरीब घरों से आते हैं और भारत सरकार ने इन प्रतिभाओं को निखारा है।
उन्होंने कहा कि उनका अगला 10 साल का एजेंडा हिमाचल की कला संस्कृति को देश व विदेश तक पहुंचाना है, और इस कार्य के लिए दूरदर्शन एवं अन्य प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा देश व विदेशों में भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण करवाया जा रहा है। खेलो इंडिया के तहत देश में 288 प्रशिक्षण अकादमियां खोली गई हैं और अगले एक-डेढ़ साल में ऐसी 1000 से अधिक अकादमियां खोली जाएंगीं। कहा कि राज्य सरकारों को स्कूल कॉलेज विवि में खेल को बढ़ावा देनी चाहिए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेलों पर विशेष बल दिया गया है। इससे खेलों में बड़ा बदलाव आएगा तथा अब ओपचारिक मात्र खेल नहीं होंगे। खेलों से विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक तौर पर मजबूत करने ओैर निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।