शिमला, 17 अगस्त : अफगानिस्तान पर तालीबान के कब्जे ने हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी शिमला में पढ़ रहे अफगानिस्तानी विद्यार्थियों को भी खोैफजदा कर दिया है। एचपीयू में 17 अफगानीस्तानी विद्यार्थी उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें दो छात्राएं भी शामिल हैं। मोैजूदा हालात में ये विद्यार्थी अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर परेशान हैं। साथ ही समाप्त हो रहे वीजा अवधि ने भी इन्हें चिंता में डाल दिया है।
अफगानीस्तान के इन विद्यार्थियों ने केंद्र सरकार से गुहार लगाई है कि अफगानिस्तान के हालात देख सरकार वीजा लंबी अवधि के लिए बढ़ाए। वे अफगानिस्तान का राष्ट्र गान, झंडा व करंसी न बदलने की भी मांग कर रहे हैं। अफगानिस्तान में चल रहे तनाव के कारण ये विद्यार्थी ठीक से पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं।
उनका मानना है कि वर्तमान में घटित घटनाओं का उनके देश के भविष्य पर नाकारात्मक असर पड़ सकता है।हिमाचल विवि में राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर कर रहे छात्र मिस्बाहुदीन युसूफजई का कहना है कि अफगानिस्तान में स्थिति काफी बिगड़ गई है। उनके देश में जो हालात बने हैं, उसे लेकर उन्होंने कभी सोचा नहीं था। उनके परिजन काफी परेशान हैं। कई उनके जानकार देश छोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हालात सामान्य होने पर ही वो अपने देश लोैटेंगे, तब तक भारत सरकार वीजा अवधि को अवश्य बढाए।विवि में एमबीए कर रही अफगानी छात्रा समीरा ने कहा कि जीवन में पहली बार ऐसे हालात देख रही हूं। परिजनों से वीडियो काल पर रोज बात कर रही हूं। परिवार की सुरक्षा को लेकर काफी परेशान हूं। उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया है कि हालात सामान्य होने तक उनकी वीजा की अवधि को बढ़ाया जाए।
बता दें कि एचपीयू में हर साल कई अफगानिस्तानी विद्यार्थी दाखिला लेते हैं। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भी हिमाचल विवि के छात्र रह चुके हैं। वह 1981 से 1983 तक शिमला में रहकर राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री ली थी।