शिमला, 07 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में लगातार बढ़ौतरी दर्ज की जा रही है। बीते तीन साल में प्रदेश में चिट्टे की तस्करी के मामलों का आधिकारिक आंकड़ा सामने आया है। बीते तीन वर्षों में राज्य में हेरोइन की तस्करी के 1600 मामले दर्ज किए गए हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधायक मुकेश अग्निहोत्री के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि पहली जुलाई 2018 से 30 जून 2021 तक की अवधि के दौरान प्रदेश में चिट्टा तस्करी के 1600 मामलों में 2515 लोग हिरासत में लिए गए। इस दौरान 28 किलो 933 ग्राम हेरोइन पकड़ी गई।
मुख्यमंत्री ने बताया कि चिट्टे की तस्करी में संलिप्त व्यक्तियों के 1465 मामले अदालत में भेजे गए हैं। वहीं चार मामलों में अदालत ने सजा दी है। किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी के सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार का एकमात्र मामला विजिलेंस ने शिमला स्थित थाने में दर्ज किया है। इस मामले में तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक डॉक्टर अजय गुप्ता को 21 मई 2020 को निलंबित किया गया है।
जांच पूरी होने पर 16 जनवरी 2021 को अजय गुप्ता और पृथ्वी सिंह बोइएड कारपोरेशन के संपर्क प्रतिनिधि के विरुद्ध आरोप पत्र विशेष न्यायाधीश वन शिमला की अदालत में दायर किया गया है और मामला अदालत में विचाराधीन हैं।
ठियोग के विधायक राकेश सिंघा के लिखित सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी सरकारी विभाग के कर्मचारी को कोरोना वैरियर का दर्जा नहीं दिया गया है।