नाहन (एमबीएम न्यूज): करीब 26-27 साल की नामालूम महिला की दिनदिहाड़े शक्तिपीठ त्रिलोकपुर के समीप ललिता देवी मंदिर की पहाड़ी पर हत्या कर दी गई थी। किसी अपने के विश्वास में ही वह यहां आई होगी। अस्पताल के शवगृह में शव को किसी अपने का इंतजार था, लेकिन कोई नहीं आया। अब लावारिस शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
मानवता के नाते सिरमौर पुलिस ने अस्थियों को कुछ ओर दिन संरक्षण प्रदान करने का फैसला लिया है। फिर भी अगर कोई नहीं आया तो खुद पुलिस हिन्दी रीति-रिवाजों से अस्थियों का विसर्जन गंगा में करेगी। इस तरह के कार्यों के लिए सरकार का कोई बजट अलग होता है या नहीं, इस पर संशय है। बजट न होने की स्थिति में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने इसका खर्च स्वयं उठाने का सैद्धांतिक फैसला कर लिया है। इस पहल में एसपी सौम्या सांबशिवान व एएसपी विनोद धीमान ने गहरी रूचि दिखाई। अमूमन इस तरह की वारदातों में 72 घंटे तक शव को रखा जाता है। लेकिन कोई आ जाए, इस इंतजार में दो-तीन दिन भी अतिरिक्त शव को रखा गया।
बुधवार को पुलिस ने नगर परिषद से लावारिस शव के अंतिम संस्कार को लेकर संपर्क साधा। अंतिम संस्कार में भी तमाम रीति-रिवाजों को पूरा किया जाएगा। एसपी सौम्या सांबशिवान का कहना है कि मानवता के नाते पुलिस का भी फर्ज बनता है कि अज्ञात शव का भी रिवायतों के मुताबिक अंतिम संस्कार हो। उन्होंने कहा कि इस बात का फैसला लिया जा चुका है कि कुछ दिन अगर कोई अस्थियों पर दावा करने के लिए नहीं आता है तो उस परिस्थिति में पुलिस खुद ही अपने महकमे के माध्यम से अस्थियों का विसर्जन गंगा में करेगी।