हमीरपुर, 14 जुलाई : महाराजा संसार चंद की राजधानी रही सुजानपुर टीहरा में पर्यटकों को लुभाने के लिए प्रशासन, सरकार ने कमर कस ली है। योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए टेक्निकल कमेटी ने मंगलवार दोपहर बाद चयनित भूमि का निरीक्षण किया। कमेटी के 9 सदस्यों ने टेक ऑफ और लैंडिंग साइट का निरीक्षण किया, जिसमें विभिन्न विभागों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
योजना सिरे चढ़ी तो महाराजा संसार चंद के महलों के साथ से मानव परिंदे लहराते हुए नीचे ऐतिहासिक सुजानपुर के मैदान में उतरते नजर आएंगे। प्रशासन कागजी औपचारिकताओं को लेकर मुस्तैद हो गया है।
उपमंडल अधिकारी नागरिक शिल्पी बैकटा, पर्वतारोहण इंस्टीट्यूट मनाली, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, फॉरेस्ट विभाग आदि अधिकारियों ने निरीक्षण किया। गत करीब 3 सप्ताह पूर्व पैराग्लाइड को लेकर ट्रायल किया गया था। अब प्रशासन ने भी मुस्तैद होकर कागजी औपचारिकताओं को लेकर सरगर्मियां तेज कर दी है।
राजस्व विभाग की ओर से खसरा नंबर 421 में 7 करनाल भूमि का फिलहाल चयन करके संबंधित विभिन्न विभागों की एनओसी को लेकर के राजस्व विभाग ने भूमि दिखा दी है। जिसमें विद्युत विभाग, पर्यटक विभाग, आईपीएच आदि द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी होने के बाद योजना को सिरे चढ़ाने के लिए पैराग्लाइड स्थल बनाने को लेकर कारगर कदम उठाया जाएगा।
इससे पूर्व मंगलवार टेक्निकल कमेटी ने उपमंडल अधिकारी नागरिक शिल्पी बेकटा की अगुवाई में तीनों में निरीक्षण किया। सुजानपुर गुजरे समय में महाराजा संसार चंद की राजधानी हुआ करती थी। जिसे देखने के लिए दूर-दूर से बड़ी हस्तियों पहुंचती है। महलों के साथ पैराग्लाइड स्थल बनने से और चार चांद लगेंगे। गत दिनोँ हुआ ट्रायल सफल रहा था अब ट्रायल के सफलता के बाद प्रशासन द्वारा बढ़ती जा रही मुस्तैदी से जनता में पैराग्लाइड स्थल बनाने की ओर उम्मीदें बन गई है।
इस संबंध में उपमंडल अधिकारी नागरिक शिल्पी बेक्टा ने बताया कि मंगलवार भूमि का निरीक्षण किया गया है जिसमें टेक्निकल टीम ने मौके पर जायजा लिया सभी विभाग मुस्तैद इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। इसके लिए पर्वतारोहण इंस्टीट्यूट मनाली द्वारा सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी।