शिलाई, 16 मार्च : विकास खंड की झकांडों पंचायत की 7 मार्च को आयोजित ग्राम सभा की कार्रवाई के निरीक्षण की मांग बीडीओ से की गई है। इसके पीछे वजह ये बताई गई है कि ग्राम सभा में ऐसे मुद्दों को शामिल कर लिया गया, जो एजेंडे में नहीं थे। कार्य सूची में भिन्नता थी।
ग्राम सभा की बैठक में एनएफएससी योजना के तहत लाभार्थियों के चयन, सब्सिडी के तहत स्ट्रीट लाईट, किसान सम्मान निधि, वृद्ध व विधवा पेंशन के अलावा अप्रैल की ग्राम सभा से पूर्व बीपीएल सूची में संशोधन को एजेंडे में शामिल कर लिया गया। कार्यसूची में अंतर होने के कारण लोग अपनी समस्याओं को ग्राम सभा में नहीं रख पाए। एनएफएससी योजना को लेकर भी कोई चर्चा नहीं हुई।
सचिव ने बगैर चर्चा से चिन्हित लाभार्थियों को प्रस्ताव में न डालने का आश्वासन दिया, लेकिन जब कार्रवाई पढ़ी गई तो लाभार्थियों को शामिल कर लिया गया था। पंचायत के बलदेव सिंह, सतपाल ठाकुर, अतर सिंह, सतपाल, राजेश व छज्जू राम इत्यादि ने बीडीओ से मांग की कि इस तरह के कृत्यों से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि तुरंत ही ग्राम सभा की कार्रवाई में मर्जी से लिखे गए प्रस्तावों को हटाया जाए।
कार्यप्रणाली को विधिवत रूप से चलाने के लिए ग्राम सभाओं के आयोजन को बीडीओ स्तर पर संज्ञान में रखा जाना चाहिए। ग्रामीणों ने कहा कि 9 मार्च को इस बाबत बीडीओ शिलाई को शिकायतपत्र भेजा गया था, लेकिन सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।