नाहन (एमबीएम न्यूज़) : देश की रक्षा में तैनात जिला सिरमौर की पच्छाद तहसील के गनयाणा-नाली गांव के हितेन्द्र शर्मा अपनी प्रतिभा के दम से सेना में कैप्टन बन गए हैं। इंडियन मिलिट्री एकेडमी गया बिहार से 12 दिसंबर 2015 को पास आऊट हुए हितेन्द्र शर्मा को असिस्टेंट कमांन्डैंट का पद मिला है। घर पहुंचे हितेन्द्र शर्मा का परिवारजनों तथा गांव वालों ने जोरदार स्वागत किया । हितेन्द्र शर्मा 2001 में असम राईफल में बतौर एक सिपाही भर्ती हुए थे। उस समय उनकी शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास रही थी। लेकिन अपनी मेहनत तथा लग्न से हितेन्द्र शर्मा ने जहां सेना में काम करते हुए पढ़ाई जारी रखी वहीं विभागीय कमीशन पास कर अधिकारी बन गए हैं।
2014 में विभागीय कमीशन से चयनित हुए हितेन्द्र शर्मा ने 12 दिसंबर 2015 को एक साल का अधिकारी कोर्स का पास आऊट कर भारतीय सेना में कैप्टन का पद प्राप्त किया है। एक साधारण से परिवार से ताल्लुक रखने वाले हितेन्द्र शर्मा की मेहनत तथा लग्न के चलते उनके दो ओर भाई भारतीय सेना में कार्यरत है। बतातें चलें कि हितेन्द्र शर्मा के पिता कृष्ण दत्त एक किसान है तथा उनकी माता कमलादेवी एक हाउसवाईफ है। परिवार शुरू से ही गरीबी के दौर से गुजरा है। परिवार में हितेन्द्र शर्मा के अलावा उनके तीन भाई तथा एक बहन है।
हितेन्द्र ने दसवीं पास करने के बाद भारतीय सेना में जाने का मन बनाया तथा सोलन में आयोजित एक खुली भर्ती में 2001 में वह असम राईफल्स में भर्ती हो गए। जिसके बाद उन्होंने कभी मुड़कर पीछे नहीं देखा। उनके पदचिन्हों पर चलते हुये उनके दो ओर भाई भी आर्मी में भर्ती हो गए। हितेन्द्र शर्मा ने अपनी प्रतिभा के दम पर आर्मी में काम करते हुये जो मुकाम हासिल किया है, उससे पूरे पच्छाद क्षेत्र का सिर ऊंचा हुआ है। प्रदेश बाह्रमण कल्याण बोर्ड की सदस्या राजेश्वरी शर्मा ने हितेन्द्र शर्मा की कामयाबी पर बधाई देते हुये कहा कि यदि लग्न पक्की हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। हितेन्द्र शर्मा ने अपनी प्रतिभा से क्षेत्र का नाम रोशन किया है ।