पांवटा साहिब, 5 मार्च : माजरा पुलिस थाना के तहत कांशीपुर गांव में संदूक (ट्रंक) से बरामद 21 साल की ममता की लाश की वारदात की दिशा बदल सकती है। हालांकि सटीक मुहर पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही लगेगी, मगर पारिस्थितिजन्य साक्ष्य इस बात की तरफ भी इशारा करने लगे हैं कि वास्तव में ये मर्डर का मामला नहीं है, बल्कि सुसाइड है।
पति ने ही ममता की मौत के बाद उसकी लाश को संदूक में डालकर ताला लगा दिया था। ऐसा उसने क्यों किया, इसको लेकर पुलिस जांच में जुटी है। विशेषज्ञों की मानें तो सुसाइड के बाद तुरंत ही लाश बरामद होने पर ये साफ तौर पर प्रतीत हो सकता था कि मामला आत्महत्या का है। मगर इसमें 48 घंटे से अधिक समय बीत चुका था। इसी कारण स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही थी।
लिहाजा, आरोपी पति सुनील के खिलाफ हत्या की धारा-302 की बजाय आईपीसी की धारा-201 व 306 के तहत कार्रवाई हो सकती है। 201 में साक्ष्य मिटाने व 306 में आत्महत्या के उकसाने का मामला होगा। हालांकि अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं है, लेकिन बताया यह भी जा रहा है कि पुलिस ने मौके से एक चुन्नी बरामद की है, जो कटी हुई थी। यानि ममता ने उसे ही फंदा बनाया होगा।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने वीरवार को भी खबर में इस बात का जिक्र किया था कि पुलिस इस बात पर जांच कर रही है कि क्या ममता ने सुसाइड किया है या नहीं। इसके अलावा उसके गर्भवती होने को लेकर भी संशय जाहिर किया गया था।
फिलहाल गर्भवती होने को लेकर भी कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन इतना जरूर प्रतीत होने लगा है कि आपसी झगड़े के बाद ममता ने फांसी का फंदा लगा लिया। पति भी साथ वाले कमरे में ही मौजूद था।
गौरतलब है कि आरोपी को आज अदालत से चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अगर सुसाइड की थ्यौरी सही निकलती है तो आरोपी का ब्यान भी सही पाया जा सकता है, जिसमें वो बार-बार यही कहता रहा कि ममता ने सुसाइड किया है। उसने डर कर लाश को ट्रंक में छिपा दिया था।
उधर, पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने एमबीएम न्यूज से बातचीत में कहा कि ये सही है कि अगर पोस्टमार्टम में सुसाइड की बात सामने आती है तो मृतक महिला के पति के खिलाफ 201 के तहत कार्रवाई होगी। अगर, मायका पक्ष के लोग बयान देते हैं तो 306 भी लग सकती है। उन्होंने कहा कि शनिवार तक ही पोस्टमार्टम की रिपोर्ट स्पष्ट होगी।