शिमला, 5 मार्च : हिमाचल प्रदेश सरकार प्रदेश में भांग की खेती को कानूनी दर्जा देने के लिए नीति बनाने पर विचार करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को प्रदेश विधानसभा में भाजपा सदस्य रमेश धवाला द्वारा प्राइवेट मेंबर डे के तहत भांग की खेती को वैध करने को नीति बनाने पर विचार करने के लिए लाए गए संकल्प के जवाब में कही।
अपना संकल्प प्रस्तुत करते हुए रमेश चंद ध्वाला ने भांग की खेती को वैध करने के लिए नीति बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे जहां सरकार को राजस्व प्राप्त होगा वहीं लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने भांग के फायदे गिनाते हुए कहा कि इसके औषधीय गुणों के साथ-साथ इससे कपड़ा, जूते, फर्नीचर आदि भी बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तराखंड सहित कई राज्यों ने इसकी खेती को वैध कर दिया है। इसके जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने भांग की खेती को वैध करने पर खुले मन से विचार करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि भांग की खेती ग्रामीण अर्थिकी का माध्यम बन सकता है। इसके औषधीय गुण प्रदेश की आय का जरिया बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल की भूमि इसके उत्पादन के लिए उपयुक्त है। इसलिए यदि सब की सहमति हुई तो सरकार इसपर विचार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह विपक्ष में थे तो उन्होंने भी 24 जुलाई 2004 को सदन में इससे संबंधित प्रस्ताव लाया था, जिसमें पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल सहित कई विधायकों ने समर्थन किया था। उन्होंने भांग के गुणों व इससे बनने वाले उत्पादों का भी जिक्र किया।