हमीरपुर, 27 फरवरी : केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा हमीरपुर, सुजानपुर व नादौन मंडल में आयोजित प्रशिक्षण वर्ग में पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को संबोधित कर मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने की अपील की है।
अनुराग ठाकुर ने कहा “भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने व सवा सौ करोड़ देशवासियों का भविष्य संवारने के लिए मोदी सरकार कटिबद्ध है। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने व देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मोदी सरकार ने वर्ष 1991 से भी ज़्यादा रिफ़ॉर्म किए हैं।
कोल, मिनरल ,पॉवर, रक्षा क्षेत्र, सिविल एविएशन, सोशल इन्फ्रा प्रोजेक्ट, स्पेस और एटॉमिक एनर्जी के उन सभी क्षेत्रों में हमने ऐसे बड़े रिफ़ॉर्म किए हैं, जो भविष्य में सशक्त, समर्थ व समृद्ध भारत की इबारत लिखेगा। भारतीय जनता पार्टी की सबसे बड़ी उपलब्धि सुशासन युक्त व भ्रष्टाचार मुक्त सरकार है।
पहले दिल्ली से लेकर शिमला के सत्ता गलियारों में जिन दलालों-बिचौलियों की तूती बोलती थी। उनका सफ़ाया करने का काम मोदी सरकार ने किया है। पार्टी के हर कार्यकर्ता व पदाधिकारी से मेरा आहवान है कि सरकार की इन उपलब्धियों को जनता के बीच ज़्यादा से पहुंचाने में अपना योगदान सुनिश्चित करें।
अनुराग ठाकुर ने कहा “महंगाई को क़ाबू करने में मोदी सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं, जिसके चलते एक तरफ़ जब यूपीए शासनकाल में महंगाई दर 12% से ज़्यादा थी। वहीं एनडीए शासन काल में महंगाई दर मात्र 4% ही है। यूपीए का ज़ोर आयात पर था जबकि हमारी नीतियां निर्यात को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं।
अनुमान लगाए जा रहे थे कि दिसंबर तिमाही में भी जीडीपी निगेटिव ही रह सकती है। मगर दिसंबर तिमाही में भारत की जीडीपी में 0.4 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है। इसका सीधा सा मतलब ये है कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से मंदी के दौर से बाहर निकल रही है।
अगर आप गौर करेंगे तो मोदी सरकार ने इस बजट में कोरोना महामारी के बाद उपजी परिस्थितियों व तमाम आकलन के बावजूद जनता पर अतिरिक्त कर का कोई बोझ ना डालकर आमजन मानस ख़ासकर मध्यम वर्ग को राहत पहुंचाने का काम किया है। फिस्कल सस्टेनेबिलिटी के प्रति अपने दायित्वों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बजट का साइज बढ़ाने पर जोर दिया।
मोदी सरकार कोई भी काम वोट बैंक को ध्यान में रख कर नहीं करती। हम सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के मूलमंत्र को आधार मान कर समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के कृत संकल्पित हैं।