शिमला, 25 फरवरी : हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है। 20 मार्च तक चलने वाले बजट सत्र में कुल 17 बैठकें होंगी। बजट सत्र में 900 के करीब सवाल गूंजेंगे। महंगाई , बेरोजगारी , पेयजल समस्या ,सडक़ों की स्थिति , स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार, विभागों में खाली पदों की स्थिति , राज्य में बढ़ रही नशाखोरी की समस्याए अपराध , परिवहन व्यवस्था समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर भी सदस्यों ने सवाल किए हैं।
विधान सभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने वीरवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि इस बार बजट सत्र में अभी तक 650 तारांकित प्रश्न आ चुके हैं। इनमें आनलाइन व्यवस्था से 426 और आफलाइन से 224 सवाल आए हैं। इसके अलावा 230 अतारांकित सवाल आए हैं।
उन्होंने कहा कि इस सत्र के दौरान अभी तक नियम 101 के तहत चार और नियम 130 के तहत दो सूचनाएं प्राप्त हुई हैं।
परमार ने कहा कि बजट सत्र के दौरान 5 व 19 मार्च गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए तय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कोविड संकट के कारण धर्मशाला में प्रस्तावित विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित नहीं किया जा सका था। उन्होंने कहा कि इस सत्र में कोविड प्रोटोकाल का पूरा पालन होगा और इसे लेकर सभी को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।
विपिन परमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सदस्यों के सदन में बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है। सदन के भीतर सदस्य एक.दूसरे के संपर्क से दूर रहें तथा इसके लिए उनके आसन को 6 फीट ऊंची पोलीकार्बोनेट शीट से अलग किया गया है।
इधर, बजट सत्र से पहले आज विधान सभा अध्यक्ष विपिन परमार की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री , मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा और माकपा के राकेश सिंघा मौजूद थे। इसमें सदन को सुचारू रूप से चलाने को लेकर चर्चा की गई।