संगड़ाह, 2 जनवरी : विकास खंड की लानाचेता पंचायत के ग्रामीणों द्वारा लिए गए पंचायत प्रतिनिधि निर्विरोध चुने जाने के निर्णय पर शनिवार को पलीता लगाता नजर आ रहा है। दरअसल शनिवार को यहां तीन प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। करीब 2200 मतदाताओं वाली लानाचेता पंचायत में विगत 28 दिसंबर को पंचायत की बैठक में सभी प्रतिनिधियों को निर्विरोध चुनने का फैंसला लिया गया था। पंचायत में सर्वसम्मति बनाने के लिए बाकायदा एक कमेटी भी बनाई गई थी, मगर कोशिश पर उस वक्त पानी फिर गया जब शनिवार को प्रधान पद के लिए तीन व उपप्रधान के लिए तीन प्रत्याशियों ने नामांकन भर दिए।
वहीं यही हाल लानापालर पंचायत में निर्विरोध चुने जाने के फैसले के बावजूद यहां भी 2 नामांकन भरे गए। अब दोनों ही पंचायते दस लाख की ईनामी राशि से वंचित होने की नौबत आ गई है। ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से लिए गए निर्णय का लागू न होना चर्चा में है, क्योंकि गिरिपार में ऐसे फैसलों की काफी अहमियत है।
पंचायतें निर्विरोध चुने जाने से यहां 10 लाख की ईनामी राशि से विकास होना था। अब इन पंचायत में चुनाव की स्थिति पैदा हो गई है। लानाचेता मे रीना देवी तथा लाना-पालर में सरीता को प्रधान चुने जाने का निर्णय लिया गया था। उम्मीदवारों द्वारा भी नामांकन भरे जा चुके हैं। हालांकि पंचायतों को निर्विरोध चुनने की उम्मीद पूरी तरह से टूटी नहीं हैं, क्योंकि नामांकन वापिस लेने का समय बाकी है। अगर नामांकन वापिस होते है तो लाजमी तौर चुनाव नहीं होगा। कुल मिलाकर असल बात 6 जनवरी को ही सामने आएगी।
विकास खंड संगड़ाह की 44 पंचायतों में अब तक दो ही पंचायतें सांगना व छोऊ-भोगर में ही निर्विरोध पंचायत पंचायत प्रतिनिधि चुने जा चुके है। 42 पंचायतों में 2 या 2 से ज्यादा नामांकन भरे जा चुके हैं।