हमीरपुर, 22 दिसंबर : आजाद हिन्द फौज के सिपाही जिला के 105 वर्ष के हरि राम शास्त्री का निधन हो गया। आज उनका पैतृक गांव नोहल में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके छोटे बेटे ने मुख्यग्नि दी। इस मौके पर प्रशासन की तरफ से बड़सर के नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी मस्त राम नाइक मौजूद रहे। अंतिम संस्कार में पुलिस टुकड़ी द्वारा सलामी दी गई।
इस मौके पर बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल सहित दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद रहे। हरिराम शास्त्री ने अंग्रेजों की गुलामी को झेल रहे हिन्दुस्तानियों को नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने एक नई दिशा दिखा कर आजादी की लड़ाई के लिए तैयार किया था। हरि राम शास्त्री पाकिस्तान के लाहौर में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे और इसी दौरान सत्याग्रह के आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। जिस कारण कई दिनों तक अंग्रेजों ने जेल में डाल दिया था। जेल में सत्याग्रह किया था व अंग्रेजों की प्रताड़ना के बाद उन्हें छोड़ा गया था। सत्याग्रह आंदोलन के दौरान अंग्रेजों हिन्दुस्तान छोड़ दो का नारा देकर अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया था।