सोलन, 7 दिसंबर: हिमाचल प्रदेश के सोलन जनपद में सुबाथू स्थित 14 जीटीसी (14 GTC) के जवान बिल्जन गुरंग ने शहादत पाई है। मिल रही जानकारी के मुताबिक वो सियाचिन में मातृभूमि की रक्षा के दौरान शहीद (Martyr) हो गए।
बता दें कि सियाचिन में डयूटी करना अपने आप में ही एक बड़ी चुनौती रहती है। मौसम को ही सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है। हाल ही में भी खबरें आई थी कि चीन के सैनिक भारत सीमा पर कठिन भौगोलिक परिस्थितियों मे माईनस तापमान के बीच मात्र 24 घंटे ही तैनात रह पा रहे हैं, जबकि इसके विपरीत भारतीय जवान लंबी डयूटी करने में भी सक्षम हैं।
14 जीटीसी के जवानों को एक योद्धा के रूप में पहचाना जाता है। सन् 1814 में मालोन किले को ब्रिटिश शासन से छुड़ाने के लिए मात्र 200 सैनिकों ने ब्रिटिश फौज के 2000 सैनिकों का सामना किया था। बंदूक व तोपों का जवाब खुखरी से दिया था।
उधर, सैनिक कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक मेजर दीपक धवन ने बताया कि सोमवार को शहीद का परिवार नेपाल से सुबाथू पहुंच गया हैैै। पार्थिव देह को कसौली स्थित शव गृह में रखा गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को शहीद का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।