शिमला 23 नवंबर: हिमाचल में कोरोना(Corona) के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार की चिंताएं भी बढ़ चुकी है। सोमवार को कोरोना से निपटने के मकसद से सरकार ने मंत्रिमंडल(Cabinet) की बैठक(Meeting) में कई अहम निर्णय लिए हैं। इसके तहत शैक्षणिक संस्थानों को 31 दिसंबर तक बंद रखने का फैसला लिया गया है, हालांकि 26 नवंबर से ऑनलाइन कक्षाओं को शुरू करने का निर्णय लिया गया है। लेकिन शैक्षणिक संस्थान नहीं खुलेंगे।
मंत्रिमंडल की बैठक में पहली से चौथी कक्षा के साथ-साथ छठी और सातवीं कक्षा के छात्रों को आरटीई एक्ट 2009 के तहत प्रमोट करने का फैसला लिया गया है। बैठक में बसों को भी 15 दिसंबर तक 50 फ़ीसदी क्षमता से चलाने का फैसला लिया गया है। सरकार ने निर्णय लिया है कि विंटर व समर सत्रों की परीक्षा मार्च 2021 में होगी।
इसके अलावा मंत्रिमंडल की बैठक में शिमला, कुल्लू, कांगड़ा व मंडी में नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगाने का फैसला भी लिया गया है। व्यवस्था 24 नवंबर से 15 दिसंबर तक लागू की गई है। इन जिलों में कोरोना(Corona) का सबसे अधिक विस्फोट(Explosion) हो रहा है क्योंकि सर्दियों का आगाज हो चुका है लिहाजा कोरोनावायरस के अधिक फैलने की आशंका भी बनी हुई है।
मंत्रिमंडल की बैठक में मास्क ना पहनने का जुर्माना अब 500 से 1000 करने का भी निर्णय लिया गया है। हालांकि इस फैसले को ऊना जिला में पहले ही लिया जा चुका था लेकिन सरकार ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि लोग को द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं साथ ही लापरवाही भी हो रही है। मंत्रिमंडल की बैठक में 15 दिसंबर तक तमाम राजनीतिक रैलियों को स्थगित करने का भी फैसला लिया है जनमंच कार्यक्रम भी स्थगित कर दिए गए हैं।
सरकारी कार्यालयों में भीड़ भाड़ कम करने के लिए 50 फीसदी कर्मचारियों को रोटेशन के आधार पर आने का निर्णय लिया गया है।
कैबिनेट की बैठक का मुख्य एजेंडा कोरोना था। बैठक में इंटर स्टेट(Inter State) की बसें (Buses) खासकर दिल्ली जाने वाली एचआरटीसी(HRTC) की बसों को भी कुछ समय तक बंद रखने पर चर्चा चल हुई। कैबिनेट में धर्मशाला में प्रस्तावित शीतकालीन सत्र (Winter session) के आयोजन को लेकर भी मंथन(Review) हुआ, लेकिन इसे स्थागित करने का निर्णय नहीं हुआ। सार्वजनिक कार्यक्रमों में 200 से अधिक लोग जमा नहीं होंगे।