नाहन 22 नवंबर: आखिरकार, दबंग व साहसी सामाजिक कार्यकर्ता विनीता ठाकुर रविवार तड़के पीजीआई चंडीगढ़ में जिंदगी की जंग हार गई। 12-13 दिन से साहसी विनीता ठाकुर जिंदगी(Life) व मौत (Death) के बीच संघर्ष (Struggle) कर रही थी। नाबालिग बच्चियों (Minor Girls) के यौन शोषण (Sexual Exploitation) के खिलाफ व अन्य सामाजिक कार्य में हमेशा सक्रिय रहने वाली हंसमुख स्वभाव (Cheerful nature) के विनीता ठाकुर (Vinita Thakur) को झुलसी हालत में नाहन से पीजीआई(PGI) रैफर किया गया था। पिछले 3 से 5 सालों में विनीता ठाकुर ने नाबालिगों के यौन शोषण के दर्जनों आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
हर कोई विनीता की सलामती को लेकर दुआएं मांग रहा था, लेकिन हुआ वही जैसा प्रतीत हो रहा था। दरअसल करीब दो सप्ताह पहले वो एक अपराधिक वारदात में 60 फ़ीसदी से अधिक झुलस गई थी, हालांकि विनीता के बर्निंग केस में पुलिस ने हत्या की कोशिश का मुकदमा आईपीसी की धारा 307 के तहत दर्ज किया था, लेकिन अब यह मामला आईपीसी की धारा 302 में तब्दील हो जाएगा। निलंबित पुलिसकर्मी (Suspended Police Constable) सूर्यकांत पर हत्या का केस चलेगा। चूंकि मामला एक सामाजिक कार्यकर्ता के इलावा आरोपी के तौर पर पुलिसकर्मी के साथ ही जुड़ा हुआ था। लिहाजा पुलिस हर कदम को फूंक-फूंक कर रख रही थी।
सूत्रों का कहना है कि पहले पीजीआई में 161 के बयान दर्ज करने के बाद आईपीसी की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद पीजीआई चंडीगढ़ में ही 164 के बयान भी में ड्यूटी मैजिस्ट्रेट (Duty Magistrate) के सामने दर्ज करवा लिए गए। पीजीआई में विनीता ठाकुर के 164 के बयान हो जाने के बाद पुलिस ने कॉन्स्टेबल सूर्यकांत को गिरफ्तार कर लिया था। तीन दिन के पुलिस रिमांड के बाद उसे 3 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत (Judicial custody) में भेजा गया है।
बता दें कि इस मामले में फॉरेंसिक की टीम ने भी घटनास्थल का जायजा लिया था। जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी पुलिसकर्मी द्वारा विनीता ठाकुर पर उस समय पेट्रोल छिड़का गया जिस समय वह उसे अपनी शादी का कार्ड देने गई थी। पेट्रोल छिड़कने (Petrol Spary) के बाद लाइटर से आग लगा दी गई। दीगर है कि विनीता की 21 नवंबर को शादी(Marriage) तय हुई थी। वह शादी की शॉपिंग करने के बाद निमंत्रण कार्ड (Invitation Card) वितरित कर रही थी।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक आरोपी पुलिसकर्मी शादीशुदा है, जिसके बच्चे भी हैं। वारदात के बाद पुलिसकर्मी ही विनीता को लेकर अस्पताल पहुंचा था। इस दौरान उसके हाथ भी झुलस गए थे। चूंकि विनीता ठाकुर को एक साहसिक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में याद किया जायेगा।
उधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा ने पुष्टि करते हुए कहा कि रविवार तड़के विनीता की निधन की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पहले दिन से इस मामले में हरेक साक्ष्य को जुटाया है, साथ ही वैज्ञानिक(Scientific) दृष्टिकोण के तहत भी फॉरेंसिक (Forensic) टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि तीन दिन के पुलिस रिमांड के बाद आरोपी कांस्टेबल सूर्यकांत को 3 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने माना कि मृतक युवती निडर थी जो अक्सर अपनी संस्था में पोक्सो एक्ट से जुड़े मामलों में सक्रिय भूमिका निभाती थी।