शिमला, 21 नवम्बर : हिमाचल प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। शिमला, मंडी और कुल्लू जिलों में कोरोना वायरस ने कहर बरपा रखा है। राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 33 हजार पार कर गया है। इनमें एक्टिव मरीज 6 हजार से ज्यादा हैं। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते अस्पतालों के कोविड वार्ड भी भर गए हैं। कोरोना से संक्रमित मरीज कोविड वार्डों में भर्ती होने की बजाय अपने घरों में रहकर कोरोना का उपचार कर रहे हैं। दरअसल होम आइसोलेशन कोरोना के इलाज में सबसे कारगर दवा साबित हो रही है तथा लोग अस्पतालों में भर्ती हुए बिना ही कोरोना संक्रमण को मात दे रहे हैं। राज्य में कोरोना की रिकवरी रेट 78 फीसदी पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 89 फीसदी संक्रमित मरीज अपने घरों में आईसोलेट हैं। महज 11 फीसदी मरीज ही कोरोना केयर केंद्रों व कोविड अस्पतलों में उपचाराधीन हैं। इनमें ज्यादातर वे मरीज हैं, जो कोरोना के साथ अन्य गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित हैं।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के कुल 6,381 सक्रिय रोगी हैं, लेकिन इनमें 5,673 रोगी अस्पताल में नहीं, बल्कि होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हैं। यानी 89 फीसदी के करीब मरीज घरों में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को होम आइसोलेशन के लिए भेजते समय एक कीट प्रदान की जा रही है, जिसमें आवश्यकतानुसार सभी प्रकार की दवाइयां एवं एक पल्स ऑक्सीमीटर भी प्रदान किया जा रहा है। व्यक्ति पल्स ऑक्सीमीटर का उपयोग करते हुए अपने ऑक्सीजन लेवल की जांच स्वयं कर सकता है। यदि उसमें कोई भी कमी पाई जाती है या कोरोना का कोई भी लक्षण पाया जाता है तो उस व्यक्ति को यह परामर्श दिया जाता है कि वह शीघ्र ही स्वास्थ्य कार्यकर्ता को सूचना प्रदान करे ताकि उसे उचित उपचार उपलब्ध करवाया जा सके।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में वेंटिलेटर उपयुक्त संख्या में उपलब्ध हैं और इन्हें प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में आवश्यकतानुसार स्थापित किया गया है।
उन्होंने बताया कि 25 नवम्बर से एक सक्रिय रोगी पहचान अभियान हिम सुरक्षा प्रदेश भर में चलाया जाएगा। जिसके तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों की कोविड-19, तपेदिक, कुष्ठ रोग और गैर संचारी रोग जैसे शुगर एवं रक्तचाप इत्यादि के लक्षणों की सूचना एकत्रित करेंगे और आवश्यकतानुसार उनकी आगे जांच कर उचित उपचार उपलब्ध करवाया जाएगा।