सोलन, 10 नवंबर : जिला का आश्रय गौसदन कम संसाधनों में भी लावारिस छोड़ी गई गायों के लिए उचित प्रबंधन करने के साथ ही अब महिलाओं को स्वरोज़गार के लिए भी इंतज़ाम करने में मदद कर रहा है। इस कड़ी में यहां इन दिनों आने वाले त्योहारों विशेषकर दीपावली के लिए गोबर व अन्य जैविक चीज़ों का इस्तेमाल कर दीपक तैयार किये जा रहे हैं। जिस से महिलाओ को रोजगार मिल रहा है, वहीं गोसदन के संचालन में धन जुटाने में मदद मिल रही है।
पूरी तरह प्राकृतिक चीजों से इन दीपकों को बनाया जा रहा है, खास बात है कि इन दीपको को जलाने से पर्यावरण प्रदूषण को काम करने में मदद मिलती है। गोसादन की तरफ से तैयार किये गए जैविक दीये लोगो को काफी पसंद आ रहे है। और लोग इन्हे खरीदने में रुचि दिखा रहे है।
आश्रय गोसदन के संचालक प्रदीप शर्मा व दिये बनाने वाली महिलाओं के अनुसार गाय के गोबर के अलावा, मुल्तानी मिटटी, चावल का आटा, हल्दी जैसी गुणकारी वस्तुओं के प्रयोग से दीयों को बनाया जा रहा है ताकि यहां महिलाओं को भी रोज़गार मिल पाए। साथ ही उन्होंने कहा कि गाय के गोबर में माँ लक्ष्मी वास करती हैं और दीपावली के दिन लोग इन दीयों के रूप में माँ लक्ष्मी को अपने घर ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये दिए बाजार में निश्चित स्थानों पर मिलेंगे इसके अलावा उन्हें इन दीयों को लेने के लिए संपर्क किया जा सकता है।