शिमला, 5 नवंबर : फेस्टिवल सीजन (Festival season) में हिमाचल सरकार ने राशन कार्ड उपभोक्ताओं (Ration card consumers) को मंहगाई का झटका दिया है। प्रदेश के राशन डिपुओं में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत मिलने वाली सस्ती दालें महंगी हो गई हैं। यही नहीं, सरसों के तेल के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। इस कारण प्रदेश में करीब 11 लाख एपीएल परिवार (APL Family) प्रभावित हुए हैं। इस तरह सरसों तेल 6 रुपए महंगा हो गया है यानी अब सरसों का तेल 103 रुपए प्रति लीटर मिलेगा। वही दालों के दाम भी अब पांच-पांच रुपए प्रति किलो बढ़ा दिए गए हैं।
मलका-मसूर की दाल अब 60 रुपये, दाल चना 50 रुपये और माश की दाल 60 रूपए प्रतिकिलो के हिसाब से मिलेगी। कोरोना (Corona) महामारी के बीच जहां सब्जियों के भाव आसमान को छू रहे हैं, ऐसे में तेल और दालों के बढ़े दामों ने उपभोक्ताओं को तगड़ा झटका दिया है।
इससे पहले राज्य सरकार ने इसी साल मार्च माह में भी दालों व रिफाइंड की कीमतों में भी प्रति किलो की वृद्धि की है। हालांकि सरकार ने फेस्टिवल सीजन में प्रति उपभोक्ता 100 ग्राम अतिरिक्त चीनी व आधा किलो चावल अतिरिक्त देने की घोषणा की है, लेकिन मंहगाई के इस दौर में यह राहत नाममात्र ही है।