नाहन 5 नवंबर : सिरमौर के पुलिस अधीक्षक अजय कृष्ण शर्मा का तबादला किया गया है। आईपीएस ने 26 जनवरी 2019 को सिरमौर में बतौर पुलिस अधीक्षक कार्यभार संभाला था।
चूंकि राज्य में पंचायती राज संस्थाओं के अलावा शहरी निकायों के चुनाव करीब हैं। लिहाजा इस बात की पूरी संभावना थी कि उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक के तबादले नहीं होंगे। अब एकमात्र पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) के तबादले के बाद कई तरह की अटकलें सुनी जा सकती हैं।
सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि कहीं पुलिस शूटिंग रेंज में मेकशिफ्ट अस्पताल का विरोध ट्रांसफर (Transfer) की वजह तो नहीं है। जहां तक कार्यशैली (Functioning) का सवाल है तो पुलिस अधीक्षक का कार्यकाल सुचारू तरीके से चल रहा था। ऐसा कोई विवाद भी पैदा नहीं हुआ कि चुनाव से 2 महीने पहले उनका तबादला (Transfer) कर दिया जाता।
बात यह है कि वीरवार को ही कार्यभार भी छोड़ दिया, जबकि नए पुलिस अधीक्षक डॉ. खुशाल शर्मा ने शुक्रवार को पदभार संभालना है। ऐसा भी कम ही देखने को मिलता है कि अधिकारी द्वारा आदेश मिलते ही पद छोड़ दिया जाए। अमूमन पदभार उस वक्त छोड़ा जाता है, जब नया अधिकारी कार्यालय में ज्वाइनिंग(Joining) के लिए पहुंचता है।
सिरमौर के DC का पुलिस शूटिंग रेंज में मेक शिफ्ट हॉस्पिटल का फैसला, SP का इंकार…
बता दें कि प्रशासन ने जुडडा का जोहड़ पुलिस शूटिंग रेंज में मेक शिफ्ट अस्पताल बनाने का फरमान जारी कर दिया था, लेकिन जवाब में पुलिस अधीक्षक ने इस बात से इंकार कर दिया की रेंज में अस्पताल को नहीं बनाया जा सकता। कई मायनों में पुलिस की शूटिंग रेंज (Shooting Range) अहम है। समूचे प्रदेश में पुलिस की ऐसे कहीं पर भी कोई दूसरी रेंज (Shooting range) नहीं है। अन्य राज्यों की पुलिस भी इस रेंज में प्रैक्टिस (Practice) करने पहुंचती है।
सिरमौर में आईपीएस अजय कृष्ण शर्मा का बतौर पुलिस अधीक्षक कार्यभार 1 साल 9 महीने के आसपास रहा। हालांकि कई जघन्य अपराध हुए, लेकिन कोई ऐसा विवाद (Controversy) नहीं हुआ, जिससे किरकिरी का सामना करना पड़ता है। खैर, आईपीएस अजय कृष्ण शर्मा ने अपने संदेश में कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान महसूस किया कि सिरमौर की जनता हमेशा अनुशासन में रहकर कानून की पालना करती है। उन्होंने सहयोग पर सिरमौर वासियों को धन्यवाद भी किया है।