नाहन, 05 नवंबर : ऐतिहासिक शहर में शतक वीर पुरोहितन जी सावित्री देवी ने 103 बरस 10 माह की उम्र में संसार को त्याग दिया है। आधार कार्ड (Aadhar Card) के रिकॉर्ड के मुताबिक दिवंगत सुमित्रा देवी का जन्म 1 जनवरी 1917 को हुआ था। बीती शाम उनका निधन अप्पर स्ट्रीट स्थित अपने आवास पर हुआ। ताउम्र स्वस्थ रहने की मिसाल देने वाली दिवंगत सुमित्रा देवी अपने पीछे तीन बेटों व एक बेटी का परिवार छोड़ गई है।
जानकारों का यह कहना है कि वह 103 साल की उम्र पूरी करने के बावजूद भी अंतिम समय तक स्वस्थ रही, लेकिन जुलाई 2020 से अस्वस्थ चल रही थी। 22 जुलाई के बाद से स्वास्थ्य (Health) में गिरावट आई, इसके बाद घर से निकलना बंद हुआ अन्यथा वह बाजार के कार्यों के अलावा घरेलू कार्यों (Household tasks) को भी करने में सक्रिय रहती थी। पति पूरन चंद का निधन काफी साल पहले हो चुका है। संयोग देखिए, निधन से चंद घंटों पहले ही पेंशनर एसोसिएशन (Pensioner Association) ने उन्हें शतक वीर के रूप में बुधवार को ही सम्मानित किया था। शहर में चंद लोग ही होंगे जो इस समय शतक वीर के रूप में पहचाने जा रहे होंगे। इतना तय है कि शहर ने आज बुजुर्ग ने के रूप में अपनी एक धरोहर को खो दिया है। छोटे बेटे पुनीत शर्मा ने बताया कि बुधवार शाम अंतिम सांस ली। उस समय से अस्वस्थ थी, लेकिन ताउम्र फिटनेस का संदेश देती रही।
उधर पूर्व विधायक व राज परिवार के सदस्य के आलावा सिरमौर कांग्रेस के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह ने सुमित्रा देवी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि चंद रोज पहले ही उनकी घर पर मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में लंबी उम्र पाना निश्चित तौर पर फिटनेस (Fitness) का एक सकारात्मक संदेश है। उधर राजपुरोहित रमेश शर्मा ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। बता दे कि दोपहर से पहले ही अंतिम संस्कार किया जा रहा है। बता दें कि राज परिवार से ताल्लुक रखने के नाते स्व. सावित्री देवी को पुरोहितन जी के नाम से जाना जाता था।