हमीरपुर, 18 अक्तूबर : अगले शैक्षणिक सत्र 2021- 22 के लिए सैनिक स्कूल में लड़कियों के लिए शिक्षा व्यवस्था करने के सैनिक स्कूल सोसायटी के निर्णय ने सैनिक स्कूल सुजानपुर प्रशासन के लिए चिंताएं बढ़ा दी हैं।
स्कूल प्रशासन की माने तो अभी तक लड़कों के लिए ही स्कूल में पूरी व्यवस्थाएं नहीं है तो लड़कियों के लिए व्यवस्थाएं कैसे पूरी होंगी। इसी उधेड़बुन में स्कूल प्रशासन के आला अधिकारी लगे हुए हैं। सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा देश भर के सभी 33 सैनिक स्कूलों में अगले शैक्षणिक सत्र से लड़कियों के लिए भी एडमिशन कराने का निर्णय लिया गया है तथा 10 लड़कियों को टैस्ट के माध्यम से स्कूल में एडमिशन दिया जाएगा।
लड़कों के लिए ही पूरे हॉस्टल नहीं तो लड़कियों कि ठहरने की व्यवस्था कैसे हो?
स्कूल प्रशासन के अनुसार सैनिक स्कूल सुजानपुर में आठ हॉस्टल होने चाहिए, लेकिन जब से स्कूल बना है तब से यहां 6 ही हॉस्टल बने हैं, जिसमें स्कूल में पढ़ने वाले सभी 530 कैडेट्स को रखने की व्यवस्था की गई है।
लड़कियों को ठहराने के लिए अलग हॉस्टल की सुविधा भी नहीं…
स्कूल प्रशासन की माने तो जब लड़कों के लिए ही ठहरने का उचित प्रबंध नहीं है तो लड़कियों को कहां ठहराया जाएगा। स्कूल प्रशासन के अनुसार लड़कियों को स्कूल में ठहराने के लिए अलग हॉस्टल का प्रबंध होना चाहिए। अन्य व्यवस्थाएं भी पूरी होने चाहिए, लेकिन इतने कम समय में और वह भी फंड की कमी के चलते यह कैसे हो इसी उधेड़बुन में स्कूल प्रशासन लगा हुआ है। लड़कियों के लिए एक मेट्रन, दो आया और एक मेडिकल अटेंडेंट की आवश्यकता होगी। अभी उनके पदों को भरने का कार्य शुरू नहीं किया गया है।
सैनिक स्कूल सुजानपुर वर्ष 1978 में अस्तित्व में आया था…
स्कूल प्रशासन के अनुसार सैनिक स्कूल में जो मूलभूत सुविधाएं होनी चाहिए थी, वह भी अभी तक उपलब्ध नहीं है।
स्कूल में ऑडिटोरियम अलग से एमवाई रूम, टीवी रूम, इनडोर स्टेडियम, हॉर्स राइडिंग, हॉबी क्लब रूम, गेस्ट रूम, हॉस्टल टीवी रूम, हॉस्टल लाइब्रेरी, एंटरटेनमेंट रूम, विजिटर रूम की व्यवस्था स्कूल के बनने के बाद ही नहीं हो पाई है। इसके अलावा स्क्वाश कोर्ट खराब हालत में हैं।
अगला शैक्षणिक सत्र शुरू होने में कुछ ही माह बाकी
अगला शैक्षणिक सत्र शुरू होने में अब कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं। अगले शैक्षणिक सत्र की एडमिशन के लिए विज्ञापन भी निकल चुका है तथा स्कूल में एडमिशन के लिए लड़कियों के पेरेंट्स उनकी तैयारियां करवा रहे हैं, लेकिन स्कूल प्रशासन की तैयारियां अभी पूरी नहीं है।
वर्ष 2017 से उच्च अधिकारियों को स्कूल में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लिखा जा रहा है,स्कूल के पास फंड्स की कमी है। लड़कियों को कहां ठहराया जाएगा इसकी तैयारियों में स्कूल प्रशासन लगा है, अभी बहुत काम बाकी है। स्कूल में रेजिडेंशियल डॉक्टर भी नहीं है। – एके पॉल, प्रिंसिपल सैनिक स्कूल सुजानपुर