शिमला/ नाहन, 11 अक्तूबर: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस (Himachal Congress) में अध्यक्ष के बदलाव को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। चूंकि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान का भी नाम चर्चा में है। लिहाजा कांग्रेस के खेमे में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम (Political episode) को लेकर इस बात पर भी टिकी है कि क्या भाजपा के बाद कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष भी सिरमौर के खाते में आएगा। बता दें कि कांग्रेस ने हाल ही में अपने प्रदेश प्रभारी को बदला है। इसका दायित्व अब शीर्ष नेता राजेश शुक्ला (Rajiv Shukla) को सौंपा गया है।
अगर सिरमौर के खाते में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष आता है तो एक रोचक बात यह होगी कि जहां भाजपा ने सिरमौर से अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले बेदाग छवि के सांसद सुरेश कश्यप को कमान सौंपी है, वहीं शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान (MLA Harsh Vardhan) राजपूत बिरादरी से हैं। चौहान की छवि भी बेदाग (Clean image) रही है। विधानसभा में तेजतर्रार तरीके से बोलने में भी हर्षवर्धन चौहान माहिर है। दीगर है कि जब आख़िरी मर्तबा कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव का फैसला लिया था, उस समय भी हर्षवर्धन चौहान का नाम चर्चा में आया था। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिवंगत ठाकुर गुमान सिंह के बेटे हर्षवर्धन चौहान अपने राजनीतिक जीवन (Political life) में दो मर्तबा चुनाव हारे हैं। पहला चुनाव हारने के बाद लगातार जीते रहे। इसके बाद केवल 2013 में ही हार (Defeat) का सामना भी करना पड़ा। बताया जा रहा है कि हिमाचल कांग्रेस के कई पूर्व विधायकों के अलावा जिला अध्यक्षों ने पार्टी आला कमान को हर्षवर्धन चौहान का नाम अनुमोदित किया है। कयास के मुताबिक इसकी जानकारी पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला ने आला कमान को प्रदान भी कर दी है।
चर्चाओं के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में सुखविंदर सिंह सुक्खू भी दोबारा शामिल हुए हैं। इसके अलावा कई अन्य नेताओं की दावेदारी (claim) भी सामने आ रही है। यहां अब देखना यह होगा कि कांग्रेस 2022 के चुनाव के मद्देनजर कोई बदलाव करती है या नहीं। अलबत्ता इतना जरूर है कि 2022 के चुनाव को लेकर अगर बदलाव किया जाना है,तो इसे समय पर ही निपटाया जाना चाहिए। कांग्रेस के लोकसभा शिमला के सोशल मीडिया समन्वयक सुनील चौहान का कहना है कि शिलाई खासकर ट्रांसगिरी के लिए यह हर्ष की बात है कि विधायक का नाम भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के लिए सामने आ रहा है। शनिवार को मंडी में पार्टी प्रभारी की मौजूदगी में जमकर धक्का मुक्की हुई,पूर्व प्रदेश सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थन में जमकर नारे लगे इससे प्रतीत होता है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू फ्रंट रनर के प्रयास में है।