कुल्लू , 03 अक्तूबर : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “अटल टनल रोहतांग” (Atal Tunnel Rohtang) के उद्घाटन अवसर पर बीआरओ (BRO) के अधिकारियों केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री सहित उपस्थित अधिकारियों को संबोधित (Addressed) करते हुए कहा कि रोहतांग टनल इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना (Amazing piece) है। इसे एजुकेशन का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। देश की यूनिवर्सिटी (University) में अध्ययन करने वाले छात्रों को इस टनल के अध्ययन करने की जिम्मेदारी सौंप जानी चाहिए, ताकि अध्ययन करने वाले छात्र भी इस चैनल की बेहतरीन तकनीक की जानकारी ले सके। उन्होंने रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) और शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) को सुझाव देते हुए कहा कि इस चैनल को एजुकेशन का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। ताकि देश विदेश में इस चैनल की तकनीक का पता चल सके कि भारत किस तरह से तरक्की के रास्ते पर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि अटल टनल उत्तम इंजीनियर बनाने का काम भी नहीं कर सकती हैं और उस दिशा में भी हम काम करें। इस मौके पर उन्होंने टनल निर्माण करने वाले मजदूर इंजीनियर और अन्य तमाम व्यक्तियों को उन्होंने बधाई दी। उन्होंने कहा कि टनल निर्माण में लगे लोगों ने इस काम को बखूबी निभाया है और देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि यह टनल भारत के बॉर्डर में इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure in the border) को भी नई ताकत देने वाली है और यह विश्वस्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी (World class border connectivity) का जीता जागता प्रमाण है। इस दौरान उन्होंने अपनी सरकार के कार्यों का व्याख्यान करते हुए विरोधी सरकारों को भी घेरा।