शिमला, 30 सितंबर : कोरोना की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के लिए सितंबर महीना सबसे भयानक रहा। इस माह कोरोना (Corona) का जबरदस्त प्रकोप रहा। पिछले पांच महीनों पर सितंबर के 30 दिन भारी पड़े। इस महीने कोरोना के पॉजिटिव (Positive) मामलों में अढ़ाई गुणा का उछाल आया है। वहीं मौतों का आंकड़ा पांच गुणा तेजी से बढ़ा है। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ भी हुए तथा रिकवरी रेट (Recovery rate) बढ़कर 76 फीसदी पहुंच गई। अब तक 11370 संक्रमितों ने कोरोना से जंग जीती है।
सितंबर माह में कोरोना की स्थिति पर नजर डालें तो प्रदेश में कोरोना के 8860 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 145 लोगों की मृत्यु हुई है। यानी सितंबर में प्रतिदिन औसतन 298 पॉजिटिव मामलों की पुष्टि ही रही है तथा पांच मरीज महामारी से दम तोड़ रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि हर रोज बड़ी संख्या में मरीज कोरोना को मात भी दे रहे हैं। बुधवार रात 9 बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल में कोविड के 14976 मामले दर्ज किए जा चुके हैं जबकि 181 मौतें हुई हैं। कोरोना से 42 फीसदी मौतें कांगड़ा और शिमला जिलों में हुई हैं। बुधवार को प्रदेश में जहां 229 नए मामलों की पुष्टि हुई, वहीं 399 संक्रमित उपचार के बाद स्वस्थ हुए हैं। कोरोना के आज सबसे ज्यादा 44 मामले मंडी जिला में सामने आए। कुल्लू में 43, कांगड़ा में 36, सोलन में 30, बिलासपुर में 20, चंबा में 17, शिमला में 16, सिरमौर में 10, उना में 5, हमीरपुर में 4, लाहौल-स्पीति में 3 और किन्नौर में एक नया मामला उजागर हुआ। राज्य में आज सबसे ज्यादा 143 मरीज कांगड़ा जिला में स्वस्थ हुए। लाहौल-स्पीति में 62, मंडी में 44, चंबा में 40, शिमला में 35, बिलासपुर में 28, उना में 22, सिरमौर में 15, हमीरपुर में 10 संक्रमितों ने कोरोना से जंग जीती। इसके अलावा 3 मरीजों की मौत भी हुई है। शिमला में 77, सिरमौर में 62 और सोलन में 44 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना से मौत हुई है।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल में कोरोना वायरस का पहला मामला 19 मार्च को सामने आया था। इसके बाद मई से वायरस ने अपने पांव पसारने शुरू किए। जून में कोरोना का ग्राफ और बढ़ा। जुलाई और अगस्त में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे। सितंबर में तो वायरस पूरी तरह बेकाबू हो गया और हालात सुधरने के बजाए और बिगड़ते चले गए। अभी सितंबर का महीना खत्म होने में एक दिन बचा है, लेकिन पिछले पांच महीनों की तुलना में कोरोना के मामले 2.43 गुणा हो गए हैं। इसके अलावा मौतों का आंकड़ा भी पांच गुणा तेजी से बढ़ा है। आम लोगों से लेकर अधिकारी, विधायक, सांसद व मंत्री भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। अब तक दो कैबिनेट मंत्री और पांच विधायक कोरोना से ग्रसित हुए हैं। हालांकि इनमें अधिकतर स्वस्थ भी हुए हैं। राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी भी कोरोना की चपेट में आई हैं। मंगलवार देर रात उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सिरमौर जिला से सम्बंध रखने वाली एक पूर्व मंत्री की कोरोना से मौत भी हुई है। कुल मिलाकर राज्य के हालात चिंताजनक बेशक हैं, लेकिन मरीजों का तेजी से रिकवर होना सुखद बात भी है।
कोरोना के जिलावार मामलों पर नजर डालें तो सोलन जिला कोरोना मामलों में पहले स्थान पर है, जहां संक्रमण के 3018 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। कांगड़ा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2276, सिरमौर में 1818, मंडी में 1715, शिमला में 1300, ऊना में 1272, हमीरपुर में 917, चंबा में 846, बिलासपुर में 820, कुल्लू में 646, किन्नौर में 191 और लाहौल-स्पीति में 157 हैं। राज्य भर में 2 लाख 95 हजार 907 कोरोना टैस्ट किए जा चुके हैं।