कुल्लू, 14 सितंबर : हिमाचल में दर्जी की दुकान (Tailor Shop) चलाने वाले एक व्यक्ति ने नशे के काले कारोबार से अथाह संपत्ति (Infinite wealth) हासिल कर ली। मगर इस बार खाकी (Police) भारी पड़ी। तार जोड़ते-जोड़ते पुलिस ने आरोपी की लगभग 42 लाख रूपए की संपत्ति को सीज (Seize Property) कर दिया है। इस मामले की शुरूआत 13 जुलाई 2020 को होती है। बंजार पुलिस की टीम ने 4 किलो 776 ग्राम चरस बरामद की। आरोपी सुरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया जाता है। इसके बाद उसी की निशानदेही (Demarcation) पर पुलिस मुख्य सप्लायर नोक सिंह निवासी पुजाली बंजार तक पहुंच जाती है। 23 जुलाई को 31 साल के नोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया जाता है। वो अब भी ज्युडिशियल कस्टडी (Judicial custody) में है। उल्लेखनीय है कि पिछले डेढ़ से दो दशक के बीच कुल्लू में नशे के कारोबारियों की संपत्ति जब्त नहीं की गई थी। लंबी अवधि में ऐसा पहला मौका है, जब धड़ाधड़ संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है।
चरणबद्ध तरीके से पुलिस ने मुख्य सप्लायर (Main Supplier) की संपत्ति को खंगालना शुरू किया। पता चला कि आरोपी खुद दूरदराज के गांव में अपनी मां, पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता है। बंजार में 3 हजार रूपए की किराए की दुकान (Rented Shop) में दर्जी का काम करता है। चूंकि परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी या निजी नौकरी में नहीं है, साथ ही उसके पास कोई बगीचा (Orchard) भी नहीं है। लिहाजा, पुलिस के सामने यह सवाल था कि 2018 में उसने साढ़े 8 लाख रूपए की कीमत वाली लग्जरी कार ((Luxury Car) कैसे खरीदी। साथ ही मई 2019 में पटवार सर्कल चैहनी में लगभग पौने 8 लाख की कीमत से जमीन खरीदी।
बताया जा रहा है कि इस जमीन पर 26 लाख की कीमत का नया तीन मंजिला घर बनाया गया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाते में 28 लाख रूपए की ट्रांजेक्शन है। इतने कम समय में इतनी संपत्ति अर्जित करना ओर बड़ी ट्रांजेक्शन करना आय के अनुरूप नहीं है। एसपी गौरव सिंह ने कहा कि फाइनेंशियल इंवेस्टिगेशन (Financial Investigation) में करीब 42 लाख रूपए की संपत्ति को सीज किया गया है। उन्होंने कहा कि आगे की जांच भी जारी है। बता दें कि एनडीपीएस (NDPS) के 10 मामलों में 16 आरोपियों के ड्रग्स के अवैध कारोबार से अर्जित की गई 2 करोड़ 52 लाख की संपत्ति को भी जब्त किया जा चुका है।