हमीरपुर ,17 अगस्त : स्टेट विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो (SV & ACB) ने हमीरपुर (Hamirpur) सदर के कानूनगो के खिलाफ एक लाख रुपये से अधिक रिश्वत (Bribe) लेने के आरोप में मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि कानूनगो जमीन के इंतकाल को लेकर टाल-मटोल कर रहा था और बाद में एक लाख रूपये की रिश्वत की मांग की। उधर, रिश्वत देने की घटना कैमरे में कैद होने के बाद सोशल मीडिय़ा (Social Media) पर भी वायरल हो रही है। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है, साथ ही विजिलेंस ने राजस्व से संबंधित रिकॉर्ड और वीडियो कैमरे की फुटेज को भी अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि, यह वीडियो एक सप्ताह पुराना है।
https://youtu.be/ebJ8x-Zr_B0
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को दी शिकायत में कहा कि उन्होंने बीते वर्ष हमीरपुर शहर में एक दुकान खरीदी थी। इसकी फरवरी 2020 में रजिस्ट्री (Registry) हुई। अब इस दुकान की जमीन का इंतकाल (Mutation ) होना था, लेकिन सदर तहसील के नायब तहसीलदार और कानूनगो इंतकाल के कार्य में आनाकानी कर रहे थे। 28 जुलाई को इंतकाल होना था। जब वह तहसील कार्यालय में पहुंचे तो नायब तहसीलदार ने उन्हें कानूनगो से मिलने के लिए कहा। कानूनगो ने उनसे इस कार्य के लिए एक लाख रुपये रिश्वत मांगी।
इसके बाद कानूनगो 30 जुलाई को उनके रेस्तरां में आया, जहां उसे 50 हजार रुपये नकद दिए गए। शेष कार्य पूरा होने पर देने की बात हुई। 50 हजार रुपये लेने के बाद कानूनगो ने कहा कि उसमें 14 हजार रुपये कम हैं, जोकि बिल्कुल झूठ है। इसके बाद 4 अगस्त को उसने 14 हजार रुपये और लिए तथा 10 अगस्त को 50 हजार अतिरिक्त लिए। कानूनगो द्वारा पैसे लेने की घटना सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है। डीएसपी विजिलेंस लालमन शर्मा (DSP Vigilance Lalman Sharma) ने कहा कि विजिलेंस ने सारा रिकॉर्ड कब्जे में लिया।