नाहन,13 अगस्त : जयराम सरकार में सिरमौर का रुतबा लगातार बढ़ता जा रहा है। धूमल सरकार के पहले कार्यकाल में भाजपा ने सिरमौर (Sirmour) में पार्टी की नींव तलाशनी शुरू की थी, उस समय भी हालांकि जनपद को खासा मान सम्मान मिला था, लेकिन उस समय व्यापक जनाधार नहीं था। एक समय में भाजपा के खाते में सिरमौर से एक भी सीट नहीं थी। अब मौजूदा भाजपा सरकार के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री के बाद अहम ओहदों पर सिरमौरियो की ताजपोशी का सिलसिला जारी है। हालांकि नाहन के विधायक डॉ राजीव बिंदल को पहले विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी छोड़नी पड़ी, इसके बाद पार्टी के अध्यक्ष पद से भी रुखसत होना पड़ा। मगर इसके विपरीत अगर देखा जाए तो इस समय निगम व बोर्डों के अलावा महत्वपूर्ण आयोग में भी मुखिया के तौर पर सिरमौर को जगह मिल गई है। यही नहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का ओहदा भी सिरमौर को ही मिला है।
नाहन: Retd मेजर जनरल कौशिक ने बढ़ाया मान, निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के बने चेयरमैन
शिमला संसदीय क्षेत्र के टिकट की जब बात आई थी तो पच्छाद के विधायक सुरेश कश्यप को भी अचानक टिकट मिल गया था, अब हर कोई यही अंदाजा लगा रहा था कि सरकार ने जनपद को कई अहम पदों से नवाज दिया है, लिहाजा अब कोई पद मिलने के चांस कम ही लग रहे थे, लेकिन रिटायर्ड मेजर जनरल अतुल कौशिक को निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के चेयरमैन का पद सौंप कर एक बार फिर सिरमौर की हिस्सेदारी को बढ़ा दिया गया है। इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि चंद सप्ताह पहले सांसद सुरेश कश्यप की पार्टी चीफ के पद पर ताजपोशी भी चौंकाने वाली थी। खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन बलदेव भंडारी के बाद कैबिनेट मंत्री सुखराम व पार्टी अध्यक्ष, अब रिटायर्ड मेजर जनरल अतुल कौशिक।
बीजेपी ने सिरमौर में डॉ. बिंदल की भरपाई के लिए झड़ी लगा दी है। इस समय केवल रेणुका विधानसभा क्षेत्र ही बचा है, जहां से कोई ओहदा नहीं है। अलबत्ता हरेक निर्वाचन क्षेत्र को कवर कर लिया गया है। ऐसे में अगर तमाम नेता एकजुट होकर 2022 के चुनाव में कोई करिश्मा न कर पाए तो शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी एयरफाॅर्स से रिटायर्ड है।