सोलन (एमबीएम न्यूज़): उपायुक्त मदन चौहान ने कहा कि भारत में लोकतंत्र को सुदृढ़ करने में मीडिया की अहम् भूमिका रही है और स्वतंत्रता के उपरान्त सरल शब्दावली एवं हास्य चित्रण के माध्यम से कार्टून सशक्त अभिव्यक्ति का माध्यम बनकर उभरा है। उपायुक्त आज यहां प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित ज़िला स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
इस वर्ष भारतीय प्रेस परिषद ने ‘द इम्पेक्ट एंड इम्पोर्ट आफ कार्टूनिंग एंड केरिकेचर एज ए मीडियम आफ एक्सप्रेशन आफ ऑपिनियन’ विषय पर चर्चा करने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि स्व. आरके लक्ष्मण और राजेन्द्र पूरी ने भारत में कार्टून एवं व्यंगयात्मक चित्रण को नए आयाम प्रदान किए। आरके लक्ष्मण ने कॉमन मैन तथा यू सेड इट कार्टून श्रृंखला के द्वारा देश में इस विधा को घर-घर में लोकप्रिय बनाया। उन्होंने कहा कि आज हास्य रेखा चित्रण एवं कार्टून विभिन्न परिस्थितियों को सरल माध्यम से अभिव्यक्त करने का जरिया बन गया है।
मदन चौहान ने कहा कि वर्तमान में प्रिंट मीडिया के साथ-साथ इलैक्ट्रानिक मीडिया भी कार्टून चरित्रों में माध्यम से जटिल राजनीतिक परिस्थितियों के साथ-साथ आम आदमी की दिनचर्या के लिए जरूरी नीतियों पर व्यंगयात्मक टिप्पणी कर रहा है। विभिन्न इलैक्ट्रानिक माध्यम इस विधा को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने कहा जहां कार्टून एवं कैरिकेचर आम आदमी तक अपनी पहुंच बनाते हैं वहीं विज्ञापन के इस युग में कार्टून बहुत थोड़ी जगह में अपनी बात कह पाते हैं।
पत्रकार यशपाल कपूर ने इस अवसर पर कहा कि प्रिंट मीडिया में हास्य चित्रण एवं कार्टून की विशेष जगह है। उन्होंने कहा कि हिमाचल से प्रकाशित हो रहे विभिन्न समाचार पत्र दैनिक स्तर पर इस विधा का उपयोग कर रहे हैं। पत्रकार अतुल ने इस अवसर पर कहा कि कार्टून एवं हास्य चित्रण की विधा का आरम्भ 16वीं शताब्दी से माना जाता है। उन्होंने कहा कि प्रभावी कार्टून एक हजार से अधिक शब्दों को अभिव्यक्त कर सकता है। पत्रकार कीर्ति कौशल ने कहा कि हास्य एवं व्यंगयात्मक चित्रण की विधा स्पष्ट अभिव्यक्ति का श्रेष्ठ साधन है।
पत्रकार मोहन चौहान ने सोशल मीडिया में कार्टून चित्रण के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला।पत्रकार सोम मेहता ने इस अवसर पर इलैक्ट्रानिक मीडिया में व्यंगयात्मक चित्रण पर सारगर्भित प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विशेषकर चुनावों के समय कार्टून विधा के माध्यम से वर्तमान परिपेक्ष्य पर बड़ी सटीक टिप्पणी करनी संभव हुई है। उन्होंने कहा कि यह माध्यम बच्चों में भी विशेष रूप से लोकप्रिय है। पत्रकार रविन्द्र पंवर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि कार्टून विधा एवं हास्य चित्रण संचार का बेहतर जरिया बनकर उभरा है।
उन्होंने कहा कि प्रिंट के साथ-साथ इलैक्ट्रानिक एवं सोशल मीडिया में इस विधा ने अल्प अवधि में ही अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने इस विधा के माध्यम से किसी की भावनाएं आहत न करने पर बल दिया। सोलन के वयोवृद्ध पत्रकार संतराम शर्मा ने कहा कि आम आदमी तक मीडिया की पहुंच बनाने में दैनिक आधार पर छपने वाले कार्टून चरित्रों का विशेष योगदान रहा है। सहायक रेडियो अभियन्ता अशोक सहगल ने गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया और भारतीय प्रेस परिषद् की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर प्रिंट एवं इलैक्ट्रानिक मीडिया के ज़िला ब्यूरो एवं सहयोगियों सहित, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से सेवानिवृत संयुक्त निदेशक शैलेन्द्र पंवर, ज़िला लोक सम्पर्क अधिकारी कार्यालय के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।