बिलासपुर : लड़कियां हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रही हैं। लड़कियों ने कई क्षेत्रों में अपने मां-बाप, समाज व देश का नाम रोशन किया है। हमारे देश में जो छोटी सोच के लोग थे वह भी अब इस बात को समझ रहे हैं कि लड़का और लड़की में किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। अगर उचित अवसर प्रदान किया जाए तो यह तय है कि जो कार्य लड़के कर सकते हैं उस निश्चित तौर पर लड़कियां भी बेहतर तरीके से कर सकती हैं।
ताजा उदाहरण ग्राम पंचायत क्षेत्र के गांव संडियार में देखने को मिला। पंचायत में नेहा जमवाल ट्रैक्टर चलाकर अपने पिता गोवर्धन सिंह का हर काम में हाथ बंटा रही है। यही नहीं आवश्यकता पड़ने पर वह स्कूटर, बाइक और कार भी स्वयं चला कर छोटे-मोटे काम निपटा लेती है। पिता गोवर्धन व माता कांता देवी सिंह का कहना है की पढ़ाई के साथ-साथ वाहन चलाने में नेहा की रूचि देखकर उन्होंने उसे स्कूटर, कार, बाइक और ट्रैक्टर चलाना सिखा दिया। उन्होंने बताया कि अब वह उनका हर काम में हाथ बंटा रही है।
नेहा जमवाल की प्रतिभा को देखकर ग्रामीण भी उसकी हौंसला अफजाई करते हैं। गोवर्धन सिंह का कहना है उनका एक पुत्र है, जो जालंधर में कार्य करता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी भी बेटी और बेटे के बीच अंतर नहीं समझा। उन्होंने कहा कि उन्होंने जो सुविधा बेटे को प्रदान की वहीं बेटी को भी दी गई। वह चाहते हैं कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में बेटी आत्मनिर्भर बने। बेटी को पढ़ाने के साथ-साथ हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोवर्धन सिंह ने एक मिसाल पेश की है