शिमला : दक्षिण-पश्चिम मानसून बुधवार को हिमाचल प्रदेश में पहुंच गया। मानसून के दस्तक देने से राज्य के कई इलाकों में मूसलधार बारिश हुई, जिससे मौसम सुहावना हो गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने मानसून के हिमाचल पहुंचने की आधिकारिक घोषणा की है। निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य के सभी इलाकों में मानसून का आगमन आज ही हुआ है। पिछले साल की तुलना में मानसून आठ से 11 दिन पहले दाखिल हुआ है। गत वर्ष 2019 में 2 जुलाई को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में मानसून ने दस्तक दी थी, जबकि पूरे हिमाचल में यह 5 जुलाई को पहुंचा था।
मनमोहन सिंह के मुताबिक मानसून के अगले दो से अधिक महीने तक छाए रहने से सामान्य बरसात होगी। उन्होंने कहा कि मानसून के आगमन से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक बारिश हुई है। पालमपुर में सबसे ज्यादा 110 मिमी, जोगेंद्रनगर में 96, बैजनाथ में 93, धर्मशाला में 92.4, कांगड़ा में 87, सराहन में 33, कुमारसेन में 32.6, नगरोटा सूरियां में 31.2, कोठी में 28.2 और डल्हौजी में 25 मिमी बरसात हुई।
उन्होंने कहा कि आगामी 24 घंटों में राज्य के मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। मनमोहन सिंह ने बताया कि एक जून से 24 जून तक हिमाचल में 52.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो कि सामान्य से 25 फीसदी कम है। इस अवधि के दोरान कांगड़ा में 115 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 10 फीसदी अधिक है। इसी तरह उना में 53.1 मिमी बारिश हुई और यह सामान्य से 13 फीसदी ज्यादा है। बिलासपुर में सामान्य से 61 फीसदी कम बादल बरसे। लाहौल-स्पीति में सामान्य से 59 फीसदी कम, किन्नौर में 69 फीसदी कम और हमीरपुर में 37 फीसदी कम बारिश हुई।