शिमला : रामपुर में शिक्षिका की मौत की घटना के तूल पकड़ने के बाद शिमला पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में जांच निष्पक्ष तरीके से की गई है और जल्द ही मामले को न्यायिक फैसले के लिए अदालत में भेजा जाएगा। बीते दिनों रामपुर में एक निजी स्कूल की शिक्षिका का शव उसके कमरे में फंदे से लटका पाया गया था। रामपुर पुलिस ने मृतक युवती के पिता की शिकायत पर 306 आईपीसी का मामला दर्ज किया है और तीन आरोपी माननीय उच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत पर हैं।
दूसरी तरफ मृतक युवती के परिजन व अन्य लोग पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस की कार्रवाई से खफा लोगों ने बुधवार को रामपुर में प्रदर्शन कर कैंडल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ससुराल पक्ष द्वारा उनकी बेटी को इतना प्रताड़ित किया कि वह आत्महत्या के लिए मजबूर हुई। लेकिन पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही।
उधर, इस पूरे मामले पर स्थिति स्पष्ट करते हुए एसपी शिमला ओमा पति जंबाल ने बताया कि मृतक युवती के कपड़ों से सुसाइड नोट बरामद किया गया है। वहीं युवती के मोबाइल फोन को एफएसएल जांच के लिए भेजा गया था। फोरेंसिक लैब के परिणाम का इंतजार है। उन्होंने कहा कि जांच निष्पक्ष तरीके से की गई है और जल्द ही मामले को न्यायिक फैसले के लिए अदालत में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं प्रसारित कर रहे हैं। ऐसी किसी भी सामग्री को सोशल मीडिया पर सांझा करने से पहले सत्यापित कर लें।