हमीरपुर: मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हमीरपुर डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि जिला में आठ और लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली है। गत 10 जून, को देर सायं 132 सैंपल व 14 फॉलो-अप सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई थी। 132 में से 127 नमूनों की रिपोर्ट नेगेटिव है और पांच की रिपोर्ट आनी शेष है। 14 फॉलोअप नमूनों में से एक इन्कॉन्क्लूसिव व 8 फॉलो-अप नमूने नेगेटिव पाए गए हैं। स्वस्थ हुए इन आठ लोगों को आज गृह-संगरोध में भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि जिला हमीरपुर में कोरोना मरीजों की संख्या के अनुपात में स्वस्थ हो रहे संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़ी है। जिला प्रशासन विशेषतौर पर उपायुक्त हरिकेश मीणा के प्रभावी दिशा-निर्देशन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग हमीरपुर के निरंतर प्रयासों से मरीजों का रिकवरी रेट सबसे बेहतर हुआ है। जिला में संक्रमण के कुल 124 मामलों में से केवल 38 सक्रिय मामले हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है।
जिला में अधिकांश संस्थागत संस्थानों में रखे गए बाहरी राज्यों के आगंतुक ही संक्रमित व्यक्तियों में शामिल हैं। समुदाय में संक्रमण न फैले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। परिणामस्वरूप जिला भर में स्थानीय स्तर पर संक्रमण न के बराबर है।
जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर किए गए कार्यों के अनुसार जिला में 25 अप्रैल, के उपरांत गृह संगरोध में रखे 20 हजार से अधिक लोगों की निगरानी व्यवस्था को अति सुदृढ़ किया गया। इस कार्य में पंचायत प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व आशा कार्यकर्ताओं ने अहम भूमिका निभाई तथा कड़ाई के साथ 14 दिन गृह संगरोध व 14 दिन सर्वेलांस संगरोध के पूरे करवाए। प्रतिदिन संगरोध किए गए लोगों की कड़ी निगरानी सुनिश्चित की गयी, ताकि वे अपने परिवार तथा गांव के लोगों से न मिल सकें। इस प्रक्रिया में लोगों ने भी अपनी समझ-बूझ का बेहतर परिचय दिया। इसके अतिरिक्त समय पर स्क्रीनिंग तथा सैंपलिंग की गई।
जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य महकमे ने संगरोध किए गए प्रत्येक व्यक्ति के घर के बाहर सूचना पोस्टर चस्पान कर निगरानी की। प्रतिदिन उपस्थिति रिपोर्ट भी बनाई गई तथा संगरोध की निर्धारित अवधि पूर्ण कर चुके लोगों को प्रमाण पत्र प्रदान कर संगरोध मुक्त किया। संगरोध किए गए लोगों को व्हाट्स ऐप ग्रुपों के माध्यम से हैंड वॉश, कोविड-19 बारे विस्तार से जानकारी, निश्चित दूरी बनाए रखने तथा मास्क का प्रयोग करने बारे निरंतर जागरूक किया गया।
उन्होंने कहा कि इस अवधि में संस्थागत संगरोध में रखे गए दो हजार से अधिक लोगों की संगरोध व्यवस्था में उपायुक्त हमीरपुर के दिशा-निर्देशों के अनुसार समस्त विभागों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने नियमानुसार कड़ाई से अनुपालना की। परिणामस्वरूप लोग स्वस्थ रहे तथा संक्रमित मामले भी समय रहते सामने आ पाए।