बंजार : आम जनमानस की समस्याओं के निवारण के लिए प्रदेश सरकार जनमंच का आयोजन करती है, लेकिन इससे भी कोई लाभ होता दिखाई नहीं दे रहा है। लोगों का कहना है कि इसके बावजूद मुख्यमंत्री संकल्प सेवा और आईटी सैल में शिकायत दर्ज करने पर समस्याओं के समाधान का आश्वासन मिला था लेकिन नतीजा अभी तक सिफर ही रहा है।
उपमण्डल बंजार की तीर्थन घाटी के गुशैनी में गत वर्ष 16 जून को जनमंच का आयोजन किया गया था। जिसमें स्थानीय लोगों ने अपनी समस्याओं को शासन प्रशासन के समक्ष उठाया था। इसी दिन तीर्थन घाटी की ग्राम पंचायत नोहण्डा से मन्हार वार्ड के गांव रूपाजानी के बाशिंदो ने भी अपनी समस्याओं व अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने बारे एक शिकायत पत्र स्थानीय ग्राम पंचायत के माध्यम से सौंपा था। स्थानीय लोग कहते है कि उनकी समस्याओं का समाधान आज तक नही हुआ है।
गाँव के परस राम के अनुसार इस संदर्भ में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री संकल्प सेवा और आईटी सैल में भी शिकायत दर्ज करवाई थी जहाँ से स्थानीय प्रशासन ने शिकायतकर्ता को पत्राचार के माध्यम से कागज़ों में हर समस्या का समाधान भेज दिया है। खंड विकास अधिकारी बंजार की ओर से दिसम्बर/2019 में पत्राचार के माध्यम से हर समस्याओं के समाधान का आश्वासन तो मिला लेकिन ज़मीनी स्तर पर आजतक ग्रामीणों की किसी भी समस्या का हल न हो सका है।
ग्रामीणों परस राम, चेत राम, सुख राम भारती, डोला राम, रूप लाल, लाल चंद, इंदिरा देवी, कमला देवी, मान देई, ऊषा देवी और शांता देवी का कहना है कि इन्होंने अपने गांव की समस्याओं के बारे में ग्राम पंचायत के माध्यम से जनमंच में एक शिकायत पत्र सौंपा था जो अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने के संदर्भ में था।
लोगों का कहना है कि उनके गांव के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनमंच से कुछ दिन पहले ही कुल्थी से रूपाजानी के लिए पानी की पाइप लाइन का आधा अधूरा कार्य करके छोड़ दिया गया था जिसमें अभी तक पानी की बूंद तक नही आई है। गुशैनी से पेखडी सड़क निर्माण की वजह से गांव के पानी की पाइप लाइन और आम रास्ते पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे और बरसात के मौसम में भूस्खलन के कारण सड़क डंगे भी गिर गए है जिस कारण लोगों के रिहायशी मकानों को खतरा उत्पन्न हो गया है। इसके अलावा गांववासियों के लिए तीर्थन नदी पर बनाए गए डबल रोपवे का कार्य भी अधूरा लटका हुआ है जो अभी तक ग्रामीणों की सुविधा के लिए चालू नहीं हो सका है।
ग्रामीणों का कहना है कि एक साल बीत जाने पर भी इतने बड़े मंच और सरकार स्तर पर अपनी समस्याओं को उठाने के बावजूद भी कोई समाधान नहीं हो रहा है। अब लोगों ने एक बार फिर इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय के आईटी सैल और उपमण्डल के अधिकारियों से लिखित शिकायत दर्ज करवा कर मुख्यमंत्री से समस्याओं के समाधान की गुहार की है।