संगड़ाह : अस्पताल में कार्यरत नर्स के खाते से हैकर ने 15,000 रूपए निकाल लिए। इतना ही नहीं बाद में उक्त शख्स उसके फोन से तस्वीरें हैक कर सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम करने की भी धमकियां देता रहा। महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा इसकी शिकायत हिमाचल पुलिस एसएमएस हेल्पलाइन पर भेजें जाने के बाद विभाग द्वारा कार्रवाई शुरू चुकी है।
हैकर की नई तकनीक से धोखा खाने वाली पढ़ी लिखी नर्स ने नाम न छापने की अपील करते हुए कहा कि दरअसल उसे बिना ओटीपी खाते से पैसे उड़ाए जाने का अंदाजा नही था। वह अपने विभाग के एक कर्मचारी की बातों में आ गई। शातिर ने दरअसल अस्पताल में कार्यरत एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के नंबर पर फोन कर गूगल पे का इस्तेमाल करने वाले किसी शख्स से बात करवाने को कहा।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की माने तो उसने अंबाला के अपने एक परिचित से 20,000 रुपए लेने थे। इसके लिए उसने टेली मेडिसन विभाग में कार्यरत नर्स के गूगल अकाउंट का इस्तेमाल करने को कहा। उसने अपने मोबाइल पर ही नर्स की बात पैसे उड़ाने वाले से करवाई तथा बात करते-करते जैसे ही क्यूआर कोड स्केन हुआ खाता खाली हो गया। पहली बार में हैकर ने 10,000 तथा दूसरी बार में 5000 निकाल लिए।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने बताया कि उसने काफी साल पहले अंबाला के एक शख्स को 20 हजार उधार दिए थे। वह राशि अब लौटना चाह रहा था। डीएसपी संगड़ाह अनिल धौलटा ने बताया कि मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से किसी को भी अपना पासवर्ड, आधार कार्ड नंबर व ओटीपी न देने तथा अंजान शख्स द्वारा दिए गए लिंक अथवा क्यूआर कोड का इस्तेमाल न करने की अपील की।