सुंदरनगर: कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा तो कुछ लोग बेवजह एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सुंदरनगर में शनिवार सुबह देखने को मिला है। जहां सुंदरनगर के पुराना बस स्टैंड के साथ एक रिहायशी इलाके में रहने वाले एक प्रवासी टेलर की पत्नी और बेटा हरिद्वार से वापिस आने पर इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में नहीं जाने के बाद सीधे अपने किराए के मकान में पहुंच गए। इस कारण मौके पर काफी देर अफरा-तफरी का माहौल रहा।
जानकारी देते हुए मकान मालिक ठाकरी सैनी ने कहा कि बीती देर रात 12 बजे उनके किराएदार मुकीम अहमद की पत्नी और बेटा किराए के मकान में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सुंदरनगर पहुंचने से पहले उनकी एंट्री सलापड़ में मौजूद कर्मचारियों द्वारा भी की गई। लेकिन सुंदरनगर पहुंचने के बाद परिवार प्रशासन द्वारा स्थापित क्वारंटीन सेंटर न जाकर किराए के कमरे में रहना शुरू कर दिया। ठाकरी सैनी ने कहा कि मामले की सूचना वार्ड मेंबर सोहन लाल को दी गई। वहीं मामले को लेकर टेलर का कार्य करने वाले मुकीम अहमद ने कहा कि उनकी पत्नी व बेटा बीती रात 12 बजे मंगलौर हरिद्वार से टैक्सी के माध्यम से उनके किराए के मकान में सुंदरनगर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सलापड़ एंट्री प्वाइंट पर उनकी एंट्री कर नोटिस पर स्थानीय अधिकारियों के नंबर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी और बेटा उनके किराए के कमरे में आ गए थे।
वहीं मामले की सूचना मिलते ही मौके पर वार्ड नंबर-8 के पार्षद सोहन लाल, प्रशासनिक अधिकारी और सुंदरनगर पुलिस थाना से सब इंस्पेक्टर संतोष राज टीम सहित पहुंचे। मौके पर इस परिवार के साथ अन्य तीन परिवार भी किराए के कमरों में रहते हैं। उधर पुष्टि करते हुए नगर परिषद सुंदरनगर के कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा ने कहा कि मामले की जानकारी एसडीएम सुंदरनगर को दे दी गई थी। उन्होंने कहा कि एसडीएम के आदेशानुसार इन सभी लोगों को 14 दिन के होम क्वारंटीन पर भेज दिया गया है।