नाहन : वर्तमान में कई ऐसे उदाहरण सामने आते हैं, जब निजी अस्पतालों पर पैसा कमाने के आरोप लगते हैं। वहीं दूसरी तरफ आज भी निजी अस्पतालों में ऐसे चिकित्सक मौजूद हैं, जो चिकित्सक भगवान के दर्जे को बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं गुरूग्राम के आर्टेमिस अस्पताल के संस्थापक एवं हार्ट के वरिष्ठ सर्जन डा. असीम श्रीवास्तव। डा. श्रीवास्तव सिरमौर के नवजात बच्चों के लिए मसीहा के रूप में उभरे हैं। अभी तक सिरमौर के 4 गरीब परिवारों के नवजात बच्चों के लाखों रूपए के होने वाले दिल के ऑपरेशन वह नि:शुल्क कर चुके हैं, वहीं अब सिरमौर के पांचवें बच्चे को ऑपरेशन के लिए भर्ती किया है।
नाहन से 320 किलोमीटर दूर वह सिरमौर के नवजात बच्चों को जीवनदान दे रहे हैं। यहां तक बच्चों को पंहुचाने और उन्हें जीवनदान देने में मेडिकल कालेज नाहन में बाल रोग विशेषज्ञ डा. दिनेश बिष्ट की डा. असीम श्रीवास्वत के साथ बॉडिग काम आ रही है। मई माह के ही पहले सप्ताह में जहां कौंलावालाभूड क्षेत्र के एक नवजात बच्चे के दिल का नि:शुल्क ऑपरेशन गुरूग्राम में हुआ तो वहीं अब दूसरे सप्ताह में पांवटा साहिब से दूसरे नवजात को यहां भर्ती किया गया है।
बीते दिन पांवटा साहिब अस्पताल में बलविंद्र कौर ने बच्चे को जन्म दिया। वहां तैनात चिकित्सकों द्वारा बच्चे को मेडिकल कालेज नाहन रैफर किया गया। यहां शिशु रोग विशेषज्ञ डा. दिनेश बिष्ट ने जब बच्चे का ईको किया तो पता चला कि बच्चे की पलमोरी आरट्री, जो दिल से फेफड़ों को जाती है, बनी ही नहीं है। जिसके बाद उन्होंने गंभीरता को देखते हुए प्रशासन से संपर्क किया और परिवार के लिए गुरूग्राम तक एम्बुलेंस का इंतजाम करवाया और रैडक्रास के चालक राम सिंह द्वारा करीब 3 घंटे में बच्चे को समय रहते गुरूग्राम पंहुचा दिया।
गौर हो कि इससे पूर्व भी मेडिकल कालेज में तैनात डा. दिनेश बिष्ट व गुरूग्राम के आर्टेमिस अस्पताल के संस्थापक एवं हार्ट के वरिष्ठ सर्जन डा. असीम श्रीवास्तव की बॉडिग के चलते सिरमौर के 4 बच्चों के नि:शुल्क ऑपरेशन किए जा चुके हैं।
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