शिमला: पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करने के मकसद से राज्य न्यू पेंशन कर्मचारी संघ द्वारा 15 मई को काला दिवस मनाया जाएगा। दीगर है कि हर साल इस दिन विरोध जताने के लिए कोई न कोई तरीका अपनाया जाता है। एसोसिएशन का तर्क है कि विसंगतियों की वजह से कुछ सेवानिवृत कर्मचारियों को मात्र 500 रुपए से 1000 तक ही पेंशन मिलती है। संघ का यह भी कहना है कि अब मामूली पेंशन मिलने वाले सेवानिवृत कर्मचारी आत्महत्या जैसे कदम उठाने लगे हैं।
एसोसिएशन की सिरमौर इकाई के अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि 15 मई को न्यू पेंशन कर्मचारी संघ से जुडे़ सदस्यों द्वारा काला रिबन बांधा जाएगा। लॉकडाउन की वजह से सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध होगा। पुंडीर ने कहा कि सांसदों व विधायकों को आज प्रतिमाह लाखों रुपए की पेंशन मिल रही है, जबकि समाज में अग्रणी भूमिका निभाने वाले कर्मचारियों को मामूली पेंशन देना न्यायसंगत नहीं है। पुंडीर ने कहा कि काला दिवस के बाबत सूचना प्रशासन सहित अधिकारियों को ई-मेल के माध्यम से दे दी गई है।