चंबा : मां के सीने से लिपटकर कोरोना संक्रमित दो साल की मासूम करीब सवा एक बजे आयुर्वैदिक अस्पताल (कोविड अस्पताल) पहुंच गई। 108 एंबूलेंस में करीब अढ़ाई घंटे के सफर में मासूम बच्ची मां के सीने से लिपटी रही। जैसे ही अस्पताल पहुंची तो अपने पांव पर ही चहलकदमी करती नजर आई। उपायुक्त विवेक भाटिया ने बच्ची की मां से वीडियो कॉल के जरिए बात की। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भी बच्ची की मां का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि मामूली सी भी घबराने की बात नहीं है।
बच्ची का पिता दिल्ली से बद्दी लौटकर घर आया था। यही कारण था कि वो भी कोरोना पॉजिटिव हो गई। हर कोई यही जानने की कोशिश कर रहा था कि अस्पताल में मासूम कैसे अकेले रह पाएगी। मगर विभाग ने बच्ची की मां को साथ रहने की इजाजत दे दी। यह भी जानकारी है कि सलूणी उपमंडल के हिमगिरी गांव में बच्ची का जहां घर है, वहां तक एंबूलेंस नहीं पहुंचती है। यही कारण है कि वो अपनी मां की गोद में पहले सड़क तक पहुंची। फिर तकरीबन अढ़ाई घंटे का सफर एंबूलेंस में तय किया।
108 एंबूलेंस के ईएमटी भूपेंद्र जागवान व पायलट लोकेश भी बेहद ही भावुक थे। हालांकि भूपेंद्र जागवान पहले भी एक कोरोना पॉजिटिव को अस्पताल तक पहुंचा चुके हैं, लेकिन मासूम बच्ची को कोरोना पीडि़त देखकर बेहद ही पीड़ा महसूस कर रहे थे। अब उम्मीद यही की जा रही है कि जिस तरह से चंडीगढ़ के पीजीआई में 11 महीने की बच्ची को कोरोना मुक्त कर घर भेज दिया गया है, उसी तरह नन्हीं परी भी कोरोना को हराकर घर लौट आएगी। उधर उपायुक्त विवेक भाटिया की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।