हमीरपुर : घंगोट कला के बच्चे घरों से दूर जंगलों में पढ़ने के लिए हुए मजबूर ऑनलाइन क्लासेस के लिए उन्हें घर से 500 मीटर की दूरी जंगलों में आकर सिग्नल तलाश करके ऑनलाइन क्लासेज लगवा रहे हैं । यह प्रॉब्लम ग्रामीणों के लिए भी है । पूर्व विधायक के माध्यम से घंगोट कला पंचायत ने प्रस्ताव पारित करके केंद्रीय वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर को भी भेजा था अभी तक इस प्रॉब्लम का कोई भी सोल्यूशननहीं किया गया है।
कुछ कंपनियों ने यहां आकर सर्वे भी किया तब पाया गया कि यह एरिया किसी भी मोबाइल नेटवर्क कंपनी के रेडार में नहीं आता। इस वजह से भी भारी परेशानियों का सामना इस एरिया के लोगो को मोबाईल चलाने में करना पड़ता है। लेकिन अबकी बार कोरोना कहर के चलते स्कूली बच्चों को घर बैठे ही मोबाईल के माध्यम से होम वर्क करना पड़ रहा है। ऐसे में इस एरिया के बच्चों को पहले घरों से दूर जंगलों की तरफ जाकर नेट कनेक्ट करना पड़ रहा है तब जाकर कहीं मुश्किल से होम वर्क हो पा रहा है ।
इस संबंध में घंगोट पंचायत प्रधान राज कुमारी का कहना है कि इस पंचायत के कुछ गांवों में शुरू से ही सिग्नल की समस्या रही है। अबकी बार पंचायत ने प्रस्ताव डालकर गांव बालों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को भी अवगत कराया था लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। गांव बालों अंकुर, विकी फौजी, सुरजीत, विपन, सीता राम, बिमला देवी आदि का कहना है की पहले तो मोबाइल से बात करने की ही बात थी लेकिन अब बच्चों को हैं जंगली एरिया में ले जाकर छोटे बच्चों को ऑनलाइन से काम करवाना दुश्वारियों से कम नहीं है।