नाहन/ प्रकाश धुन्टा: कोरोना संकट में लाजमी तौर पर सुरक्षा कर्मियों की भी कमी है। इस समय पूरी सुरक्षा व्यवस्था को ऐसे संवेदनशील इलाकों में बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जा रहा है, जिन्हें रैड जोन में रखा गया है। ऐसे में पीजी कॉलेज के 10 एनसीसी कैडेटस कोरोना प्रहरी बनकर उभरे हैं। सुबह 10ः30 से पहले उपायुक्त कार्यालय में हाजिरी लगाने के बाद चौगान मैदान की तरफ रवाना हो जाते हैं, क्योंकि वहां सब्जियों की खरीददारी के लिए सामाजिक दूरी का उल्लंघन होने की संभावना रहती है।
अहम बात यह है कि प्रशासन ने इन कैडेटस को डंडा भी थमाया है, ताकि इसे चलाए बगैर ही स्थिति को नियंत्रित कर सके। इस टीम में पांच लड़के व पांच लड़कियां हैं। दिलचस्प बात यह है कि कैडेटस इस तरह की डयूटी मिलने से बेहद ही उत्साहित हैं। लिहाजा, पूरे जोश के साथ नियमित तौर पर एक वॉलंटियर बनकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बातचीत के दौरान कैडेटस ने बताया कि डयूटी के बाद डीसी कार्यालय में लंच के साथ-साथ दूसरी बार हाजिरी लगती है। अब आप यह सोच रहे होंगे कि उपायुक्त की सोच को कैसे आगे बढ़ा रहे हैं।
दरअसल, उपायुक्त डॉ. आरके परुथी ने यह महसूस किया कि कोरोना संकट में एनसीसी कैडेटस की सेवाएं भी ली जा सकती हैं। शिक्षा ग्रहण कर रहे यह कैडेटस बेहतरीन तरीके से अपनी सेवाएं दे सकते हैं।