शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना के 18 मरीज हो गए हैं। प्रदेश के चार अस्पतालों में इनका उपचार चल रहा है। सूबे में कोरोना पीड़ित मरीजों के ठीक होने की औसत काफी बेहतर है। अब तक 12 लोग स्वस्थ होकर अस्पतालों से जा चुके हैं। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में फिलहाल कोरोना का कोई मरीज नहीं है। बीते दिनों यहां से तीन मरीज ठीक होकर डिस्जार्च किए जा चुके हैं। वहीं दूसरे बड़े अस्पताल टांडा मेडिकल काॅलेज में तीन मरीज उपचाराधीन हैं।
सोलन जिला के बद्दी स्थित ईएसआई काठा में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज उपचार के लिए लाए गए हैं। 18 में से 11 मरीजों का उपचार इसी अस्पताल में चल रहा है। हमीरपुर स्थित भोटा के चैरिटेवल अस्पताल में तीन कोरोना मरीज रखे गए हैं वहीं मंडी के नेर चौक में एक पाॅजिटिव मरीज का उपचार चारी है। भोटा अस्पताल में उना जिला के तीन कोरोना संक्रमित मरीज रखे गए हैं। इसी तरह टांडा में उना, कांगड़ा व चंबा के एक-एक कोरोना मरीजों का उपचार चल रहा है। उना में मिले 8 कोरोना पाॅजिटिव मरीज, सोलन के दो और सिरमौर का एक पाॅजिटिव मरीज ईएसआई काठा में भर्ती है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि गुरूवार को 180 लोगों के सैंपल जांच के लिए लगे हैं। शाम पांच बजे तक 16 सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं, जबकि 180 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है। प्रदेश में अब तक 1622 लोगों की कोरोना की जांच की जा चुकी है। इनमें 35 व्यक्तियों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है।