कालाअंब : लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में एक बड़ी चुनौती सामने आ गई थी। इसमें रोजी-रोटी के लाले पड़ने पर सैंकड़ों की संख्या में मजदूरों ने घरों का रुख पैदल ही करना शुरू कर दिया था। हर कोई वाकिफ है कि मजदूर वर्ग रोजाना की दिहाड़ी के बूते ही घर की रोजी-रोटी चलाता है। यहां आप देखिए कि श्री महामाया बाला सुंदरी शक्तिपीठ परिसर के मजदूरों ने कैसे दरियादिली दिखाई है।
मजदूर यूनियन के 51 सदस्यों ने मुख्यमंत्री को कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिए 51 हजार रुपए की राशि प्रदान की है। लाजमी तौर पर इस राशि को मजदूरों ने रोजाना की दिहाड़ी से थोड़ा-थोड़ा कर बचाया होगा। भाजपा के जिलाध्यक्ष विनय गुप्ता ने मजदूरों की इस सोच को सेल्यूट किया है। गुप्ता ने कहा कि देश में जब इस तरह का जज्बा है तो निश्चित तौर पर कोरोना भी भागेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि हरेक तबका अपने सामर्थ्य के मुताबिक दान करने में लगा है, मगर मजदूरों की इस तरह की सोच हटकर है।
ये हैं वो 51 दानी…
पूर्ण चंद, सुरेश पाल, कर्मचंद, संजीव, मामचंद, ओम प्रकाश, रतन, सुरेश चंद, अमर सिंह, रमेश ठाकुर, दर्शन, धनीराम, विनोद, नरेश, दीपक, नरेश, बलवान सिंह, लाल सिंह, नरेश चंद, बीरू राम, मोहन, जगत राम, दुनी चंद, रणबीर सिंह, अनीता सिंह, विजय पाल, भरत सिंह, लाल सिंह, बाबू राम, श्रवण, रमन सैनी, विजय कुमार, प्रेम सिंह, हुस्न सिंह, पुन्ना राम, जयपाल, गौरव, सहदेव, गायत्री देवी, कौशल्या देवी, चमन लाल, अमरनाथ, कुलदीप, सुरेश पंडित, धनीराम, अशोक, चंदन, आशीष, कर्मवीर, मुकेश, राजेंद्र।