धर्मशाला : डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में चिकित्सकों की टीम ने एक बार फिर करिश्माई परिणाम दिया है। एक ऐसी महिला को कोरोना मुक्त कर दिया है, जो अस्पताल में पहुंचने के बाद स्टाफ से बदसलूकी कर रही थी। इससे पहले जोनल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भी स्टाफ से बदतमीजी की थी। यहां तक की टांडा में एक बार पुलिस तक को बुलाना पड़ गया था। शाहपुर की रहने वाली 62 वर्षीय सरला देवी के खिलाफ सहयोग न देने पर एफआईआर भी दर्ज की गई थी।
बहरहाल सुखद बात यह है कि चिकित्सकों ने अपने कर्त्तव्य परायणता को बेहद ही निष्ठा से निभाते हुए महिला का उपचार किया। इसका नतीजा यह हुआ है कि महिला की आज शाम रिपीट रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई है। दीगर है कि महिला को धर्मशाला के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने के दौरान पॉजीटिव पाया गया था। इसके बाद उसे टांडा रैफर किया गया। शुक्रवार को महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी। लेकिन अंतिम मुहर आज की रिपीट रिपोर्ट पर लगनी थी। पहली रिपोर्ट के बाद ही महिला कोरोना की जंग जीतने के करीब पहुंच गई थी।
इससे पहले भी टांडा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने विदेश से लौटे एक युवक को कोरोनामुक्त करने के बाद छुट्टी दे दी थी। अगर 7 जमाती पॉजीटिव न पाए जाते तो आज हिमाचल पूरी तरह कोरोना मुक्त हो जाता। दीगर है कि कोरोना से प्रदेश में दो मौतें हुई हैं। इसमें से एक बुजुर्ग महिला की मौत पीजीआई में हुई, जबकि तिब्बती मूल के बुजुर्ग का निधन टांडा में ही हुआ था।अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान ने पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि टांडा में दाखिल महिला की रिपीट रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है, लिहाजा उसे छुट्टी दी जा रही है। दीगर है कि आज 21 में से 20 की रिपोर्ट नेगिटिव आई है।